विषम परिस्थितियों में भी किसान आंदोलन 51 वे दिन भी रहा जारी, घने कोहरे व तेज हवाओं में भी दिन भर चला विरोध प्रदर्शन
बहरोड (अलवर, राजस्थान/ योगेश शर्मा) शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान घने कोहरे व बरसती बारिश के बीच अपनी झुग्गियों में रात गुजार रहा है । घने कोहरे में तेज हवाओं में जनसभाओं का आयोजन हो या विरोध का प्रदर्शन दिन भर चल रहा है । आज 51 दिन बीतने के बावजूद यह आंदोलन का जोश बरकरार है और आज सुबह सुबह का मौसम आंदोलनकारियों के साथ कुछ इस तरह था की कुछ लोग झुग्गियां बना रहे थे कुछ आने वालों के लिए अल्पाहार की व्यवस्था में जुटे थे कहीं महिलाएं लंगर के लिए सब्जियां और रोटियां बनाने की तैयारियां कर रहे थे तो कहीं संगीत की स्वर लहरियों के बीच सफाई और लंगर की तैयारियां चल रही थी । उधर सोच स्नान से लेकर सभा और जन जागरण रैली दिन भर युवाओं के द्वारा चलाए जाते हैं यहां किसानों से संबंधित साहित्य तो कहीं युवा विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए उपकरणों के मॉडल और कहीं विभिन्न प्रकार के बौद्धिक प्रवचन चलते रहते हैं । कहीं आग पर हाथ ताप रहे लोग हुक्का गुडगड़ाते हैं तो कहीं अखबार और समाचारों के सुर्खियों में काले कानूनों को वापस लेने का इंतजार खबरें खोज रहा है । दिन भर नेता मीडिया और अधिकारियों के बीच किसान का अधिकार लेने के लिए किसान और उसके बच्चे बुजुर्ग युवा धरना स्थल पर आते हैं और आने वालों की सेवा भी करते हैं ।