चम्बल व पांचना के पानी को लेकर हुई किसानो की पंचायत
बयाना, (भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी) उपखण्ड के गांव कलसाडा मेें शुक्रवार को किसानो व ग्रामीणो की पंचायत गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष भूरा भगत व विजय बैसला की उपस्थिति में हुई। जिसमें आस पास के गांवो के ग्रामीणो व किसानो ने बडी तादाद मे ंभाग लिया। इस पंचायत में आगामी 17 जनवरी को करौली जिले के मीनापहाडी के सिद्व मंदिर में आयोजित होगी! वक्ताओ ने कहा कि पिछले 40 सालो से बयाना की गंम्भीर नदी में पानी नही आने से यह नदी सूख गई है। और इसमें अतिक्रमण बढने के साथ ही यहां के खेतो की उपजाउ क्षमता दिनो दिन नष्ट होती जा रही है। तथा भूजल स्तर भी पाताल में पहुंच चुका है। जिसके कारण किसानो व पशुपालको को खेती वाडी और पशुपालन के कार्य में काफी समस्याओ का सामना करना पड रहा है। बेरोजगारी भी तेजी से बढ रही है। और क्षेत्र का विकास भी नही हो पा रहा है। वहीं गंम्भीर नदी का पूरा क्षेत्र धीरे धीरे रेगिस्तान बनता जा रहा है। इस किसान पंचायत को सम्बोधित करते हुऐ मुख्य वक्ता भूराभगत व विजय बैसला ने कहा कि जब तक चम्बल नदी के व्यर्थ बहने वाले करोडो गेलन पानी को लिफट कर पांचना बांध में नही लाया जाऐगा और पांचना बांध से गंम्भीर नदी में जब तक पानी नही छोडा जाऐगा। तब तक इस समस्या का समाधान मुश्किल है। उन्होने इस्टर्न कैनाल परियोजना को भी राष्ट्रीय परियोजना घोषित किये जाने की मांग करते हुऐ केन्द्र सरकार से इसके लिऐ बजट स्वीकृत किये जाने की भी मांग करते हुऐ कहा कि चम्बल के पानी व ईस्टर्न कैनाल योजना से पूर्वी राजस्थान में फिर से पहले की तरह हरियाली और खुशहाली आऐगी। इस पंचायत मेें पूर्व सरपंच निहालसिहं,सरंपच मंगतीराम, सियाराम,गंम्भीर, अगूंरसिहं,राजेन्द्रसिहं सहित अन्य लोग मौजूद रहे।