रिश्तो को मजबूत करने के लिए आते हैं फेस्टिवल -मुनि अतुल
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) महातपस्वी आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार काशीपुरी स्तिथ दिलीप रांका के निवास पर विराज रहे हैं जहां रात्रि कालीन प्रवचनों की श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए मकर संक्रांति पर्व पर मुनि अतुल कुमार ने कहा की भारत मे बारह महीनों में कोइ न कोई त्योहार चलते है, आज मकर संक्रांति का पर्व है और सूर्य मकर राशि मे प्रवेश करता है, तब मानो उसके स्वागत में सेलिब्रेट किया जाता है ।
हर त्यौहार रिश्तो की डोर को मजबूत करने के लिए आता है, रावण जब मृत्यु शैया पर था तब भगवान राम से कहा मैं हर चीज में तुमसे बड़ा हूं बल, बुद्धि, वैभव, परिवार और मेरे पास सोने की लंका भी थी, पर फिर भी मैं तुम से हार गया क्योंकि तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ था और मेरा भाई मेरे खिलाफ था । मुनि श्री ने कहा सबके साथ चलने से यह जिंदगी आसान हो जाती है, इसलिए ब्रॉड माइंड बने और मन के साम्राज्य को विशाल बनाएं ।
कार्यक्रम के दौरान निर्मल सुतरिया ने गीतिका कि प्रस्तुति की ।
प्रवचन में अमित महता, अशोक बुरड़, माणक चोरडिया, प्रकाश कावड़िया, सागर बाफना, निर्मल सुतरिया, लक्ष्मी लाल सिरोहिया, अमर चंद रांका, दीपक डांगी, अमित रांका, वैभव पोरवाल, राजेन्द्र पोरवाल, सुधा पोरवाल, सोनाली पोरवाल, महक पोरवाल, त्रिशा डांगी आदि उपस्थित थे ।