फ्लॉवर डेकोरेटर हुए बेरोजगार,माली हालत हुई खस्ता,नहीं है कोई सहारा
कोटकासिम (संजय बागड़ी)
कोरोना महामारी के चलते लोक डॉऊन काल में विवाह शादियों पर बैन लगा दिया गया। जिसकी वजह से विवाह शादी नहीं हो पा रहे। और हो भी रहे हैं तो बिल्कुल सादा और कम खर्च वाले।
एक बहुत बड़ा तबका हे जो शादियों में काम करके अपना घर परिवार चलता हैं। इनमें मुख्य रूप से हलवाई फोटोग्राफर, डीजे, टेंट आदि कार्य करने वाले लोगों के साथ साथ दूल्हे की गाड़ी सजाने वाले सजावट कर्ता लोगों का भी धंधा चौपट हो गया है।
बता दे जगह-जगह रोड पर टोकरी में या एक अस्थाई काउंटर पर फूल रखकर बेचने का काम करते दिखाई पड़ने वाले इन लोगो की तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं हैं।
यह फ्लावर डेकोरेशन का कार्य करने वाले लोग आज बिल्कुल बेरोजगार हो गए हैं। इनके पास कोई कार्य नहीं है। इनकी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। इनके द्वारा सजावट की हुई गाड़ियां सभी को अच्छी लगती हैं। लेकिन आज इन लोगों की तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है।
इनका एक मात्र काम फूल बेचना ही था, जो पिछले कई माह से आज तक बिल्कुल बंद पड़ा है। क्योंकि आज ना ही तो गाड़ी सजाने में फूल काम आ रहा है और ना ही फूलों का उपयोग मंदिर में चढ़ाने के लिए किया जा रहा है। क्योंकि मंदिरो में भी लोग नहीं आ रहे हैं। काफी हद तक मंदिर इन दिनों बंद हैं।
ऐसी परीस्थिति में इन फूल बेचने वालों के परिवार का गुजारा कैसे होगा। लोक डॉउन के चलते यह तबका पटरी पर आ गया हैं। इनकी हालत दयनीय स्थिति में है। फूल का काम करने वाले नीरज बागड़ी ने बताया की हम लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और हमारे पास इस समय कोई काम ही नहीं है।