ब्रज पर्वतो के संरक्षण व आदिबद्री कनकाचल को पूर्णतया खनन मुक्त करवाने के लिए 60 दिन से लगातार धरना जारी
गुर्जर महासभा के राष्टीय अधिवेशन में लिया गया भरतपुर कूच करने का निर्णय
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग के गांव पसोपा में ब्रज के पर्वतों पर खनन पूरी तरह बंद करने की मांग को लेकर 16 जनवरी से चल रहा धरना मंगलवार को लगातार 60 वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को धरने पर बैठे साधु संत और ग्रामीणों में आदि बद्री के महंत बाबा शिवराम दास के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और वन विभाग खनन विभाग और प्रशासन पर जन भावनाओं की उपेक्षा करते हुए खनन माफिया के साथ सांठगांठ कर करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र द्वापर कालीन कृष्ण लीला स्थलीयों को निरंतर नष्ट करने का आरोप लगाया। इस मुद्दे को लेकर प्रस्तावित आगामी महापड़ाव को सफल बनाने के लिए धरनार्थियों ने अपनी मुहिम तेज कर दी है, इसी क्रम में गुजरात के बारडोली में संपन्न हुए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के अधिवेशन में कनकाचल व आदिबद्री पर्वत की रक्षा का मुद्दा छाया रहा ।
14 व 15 मार्च को गुजरात के बारडोली में सम्पन्न हुए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के अधिवेशन के दौरान ब्रज के पर्वतों पर हो रहे विनाशकारी खनन के मुद्दे पर गंभीर विचार विमर्श किया गया । उक्त अधिवेशन में आए देशभर के गुर्जर नेताओं ने आदिबद्री व कनकाचल पर हो रहे खनन का कड़े शब्दों में विरोध किया एवं साथ ही उन्होंने निकट भविष्य में भरतपुर में ही गुर्जर महासभा का वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन रखने की घोषणा की । अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपकभाई पटैल ने कहां कि पूरे देश भर का गुर्जर समाज आवश्यकता पड़ने पर ब्रज के इन परम् पूज्यनीय पर्वतो की रक्षार्थ भरतपुर कूच करेगा । उन्होंने स्पष्ट शब्दों में राज्य सरकार को संदेश दिया कि वे इस मुद्दे को हल्के में ना लें । अखिल भारतीय गुर्जर समाज के लिए यह मुद्दा सर्वोपरि है । अखिल भारतीय गुर्जर समाज के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने उपस्थित देश भर से आए सभी गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों को 10 अप्रैल तक प्रतीक्षा कर उसके उपरांत बड़ी संख्या में भरतपुर आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल तक सरकार या तो आदिबद्री व कनकाचल को पूर्णतया खनन मुक्त करे अन्यथा उसके पश्चात सरकार व शासन को एक बहुत बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा । इस अवसर पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी व देश भर के वरिष्ठ प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बच्चू सिंह बैसला,महासभा के राष्ट्रीय सचिव सुंदर चौधरी, मध्यप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह गुर्जर, गुजरात के प्रदेशाध्यक्ष मोहनसिंह, हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष आदि मोजूद थे ।