रोडवेज बसों के लिए भटकते रहे भावी ग्रामविकास अधिकारी
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी)। सोमवार व मंगलवार को आयोजित की गई भावी ग्रामविकास अधिकारी की परीक्षा के अभ्यर्थी रविवार की भांती सोमवार को भी यहां रोडवेज बसों के लिए भटकते रहे। एक रोडवेज बस के ड्राइवर कंडक्टर की ओर से ऐसे अभ्यर्थीयों को बस में बैठाने के बाद बस रोककर उतार दिए जाने पर हंगामा हुआ और मामला पुलिस तक पहुंच गया। बाद में कोतवाली प्रभारी पूरनसिंह मीणा के हस्तक्षेप व समझाइश और रोडवेज उच्चाधिकारीयों से फोन पर बात कर इन अभ्यर्थीयों के लिए दूसरी रोडवेज बस की व्यवस्था कराए जाने पर मामला शांत हुआ। तब जाकर यह अभ्यर्थी दूसरी रोडवेज बस में सवार होकर अपने परीक्षा केन्द्रोें की ओर रवाना हो सके थे। यह अभ्यर्थी यहां से दिल्ली जाने वाली डीलक्स रोडवेज बस में भरतपुर जाने के लिए बैठे थे। जिन्हें कंडक्टर ने यह कहकर रास्ते में बस से उतार दिया कि डीलक्स बस अभ्यर्थीयों के लिए अनुमत नही है। बस इसी बात पर हंगामा हो गया और यह बस करीब 1 घंटे देरी से अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकी थी। इधर सोमवार को सुबह 7.45 बजे अलवर की ओर जाने वाली रोडवेज बस यहां से अलवर की ओर नही जा सकी। वहीं दोपहर 1.30 बजे जाने वाली रोडवेज बस को समय से पहले ही अलवर के लिए रवाना कर दिए जाने के कारण अलवर की ओर के परीक्षा कैन्द्रों पर जाने वाले अभ्यर्थीयों को परेशान होना पडा और उन्होंने भी बस स्टैंड पर जमकर शोर शराबा किया। रोडवेज बसों के अभाव में इन अभ्यर्थीयों को डग्गेमार व निजी वाहनों का सहारा लेना पडा। इन अभ्यर्थीयों ने बताया कि रोडवेज की निशुल्क यात्रा उपलब्ध नही होने पर डग्गेमार व निजी बस संचालकों एवं लोकपरिवहन बस संचालकों ने मौके का फायदा उठाते हुए मनमाने किराए की वसूली की। यहां के रोडवेज बस स्टैंड प्रभारी गंगाराम पाराशर ने बताया कि रविवार को जयपुर से बयाना आने वाली दो बसें यहां नही आ सकी थी तथा अलवर वाली एक बस भी नही आ सकी थी। जिसकी वजह से सोमवार को यह बसें यहां से नही जा सकी और अभ्यर्थीयों को परेशानी हुई। वहीं दोपहर को अलवर जाने वाली बस फुल हो जाने और यात्रीयों के शोर मचाने पर उसे कुछ समय पहले ही रवाना करना पडा।