कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी श्रद्धा व आस्था के साथ घर घर में मनाया गणेश चतुर्थी महापर्व
बयाना भरतपुर
बयाना 22 अगस्त। विध्न विनायक भगवान गणपत गणेश का गणेश चतुर्थी महापर्व शनिवार को कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी श्रद्धा व आस्था के साथ घर घर में मनाया गया और श्रद्धालु भक्तों ने लड्डूओ का भोग लगाकर भगवान गणपत गणेश की पूजा अर्चना व आरती करते हुए सभी विध्न, बाधाओं व कष्टों का निवारण कर सुखसमृद्धि की कामनाऐं की। इस बार कोरोना संक्रमण व लाॅकडाउन के निर्देशों के चलते यहां और बार की तरह इस बार कहीं भी सामुहिक पूजा अर्चना व गणेश पांडाल और मंदिरों में भी धार्मिक झांकियो की सजावट, भजन कीर्तन आदि के सामूहिक समारोहो के आयोजन नही हो सके। जबकि कई वर्षों से यहां के प्राचीन बामडा मंदिर परिसर स्थित लंबोदर मंदिर में गणपति दरबार व कल्याण काॅलोनी, आदर्शनगर, जवाहर चैक, जाटवबस्त, भीतरबाडी आदि आदि इलाकों में यहां गणपति दरबार व पांडाल सजते थे। कई दिनों तक चलने वाले इन धार्मिक कार्यक्रमों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते थे। किन्तु इस बार अन्य त्यौहारों की भांति इस त्यौहार पर भी कोरोना ने पानी फेर कर रख दिया। गणेश चतुर्थी के अवसर पर यहां से रणथम्भौर स्थित त्रिनेत्र गणेश जी के दरबार में ढोक लगाने भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु जाते थे। जो इस बार ट्रैने बंद होने की वजह से नही जा सके थे। बुजुर्ग श्रद्धालु देवीराम, शिवचरन व हरीसिंह, आदि ने बताया कि उनकी याद में पिछले 70-80 साल में ऐसा कभी नही हुआ जैसा अब हो रहा है। उनका कहना था कि विदेशों से आने वाली कथित कोरोना बीमारी की रोकथाम के लिए अगर केन्द्र सरकार ने समय से ही आवश्यक उपाए किए होते तो देश में ऐसे हालात पैदा नही होते। जिससे कामधंधे व रोजगार चैपट होने के साथ ही उत्सव व त्यौहार भी नही मनाए जा सकते।
संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट