गोविंदगढ़ कस्बे में गुरुओं का सम्मान कर मनाया गुरु पूर्णिमा पर्व
गुरु शिष्य का नाता परम आत्मिक व परम पवित्र नाता:- शास्त्री प. रामनारायण दास जी महाराज
अलवर जिले के गोविंदगढ़ कस्बे में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है ये त्योहार गुरुओं के सम्मान में मनाया जाता है आज 24 जुलाई शनिवार को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा है, गोविंदगढ़ कस्बे में खेड़ापति बगीची पर गुरु पूर्णिमा के पर्व पर अयोध्या से आए शास्त्री प. रामनारायण दास जी महाराज का गुरु पूजन किया गया
कमलेश खेडापति ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का हिंदू धर्म में काफी खास महत्व है। गुरु की कृपा दृष्टि पाकर हमारे जीवन से अज्ञान का अंधकार खत्म होता है। गुरु ही हमारे जीवन को आकार देने का काम करते हैं। इनके द्वारा बताए गए मार्ग पर यदि चला जाए, तो जीवन में निश्चित रूप से सफलता हासिल होती है। बिना गुरु के हमारे जीवन का कोई अर्थ नहीं होता, वह अंधकार हो जाता है। इसी वजह से हमारे पौराणिक ग्रंथों में गुरुओं के महत्व को बड़ी ही बारीकी से बताया गया है। उनके ऊपर अनेकों श्लोक लिखे गए हैं। इन्हीं गुरुओं के सम्मान में हिंदू धर्म में हर वर्ष गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है, इस पवन मौके पर कमलेश खेडापति, सन्तो सोनी, ओमवती ,हुकम सिंह पालका, जगदीश यादव पालका, ज्ञानसिंह पालका, सुरेन्द्र शर्मा अलावड़ा, गोपाल सिंह सोलंकी सहित गुरुभाई मौजूद थे