गुरु चरण पादुका की पूजा अर्चना कर मनाई गुरुपूर्णिमा
डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास व चारभूजा चम्पाबाग करेड़ा में इस बार केवल महंत सरजुदास महाराज के शिष्य ने ही चरण पादुका की पूजा अर्चना की
बागोर (भीलवाड़ा, राजस्थान/बृजेश शर्मा) हर वर्ष बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ हजारो भक्तो की मौजूदगी और रेलमपेल के बीच मनाई जाने वाली गुरुपूर्णिमा पिछले वर्ष की तरह ही इस बार भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए एवं सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन के अनुसार ही चारभूजा चम्पाबाग करेड़ा व डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास में गुरु की चरण पादुका की शिष्य विश्रामदास महाराज द्वारा पूजा अर्चना कर मनाई गई। जिसमें चारभूजा चम्पाबाग करेड़ा में स्थित ब्रम्हलीन महंत परसरामदास महाराज की मूर्ति की व डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास के ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास महाराज की समाधि स्थल पर उनकी चरण पादुका की महंत सरजुदास महाराज के शिष्य विश्रामदास महाराज ने अकेले ही पण्डित महावीर कुमार शर्मा व पण्डित युवराज योगेंद्र शर्मा के द्वारा उच्चारित मंत्रोच्चार के साथ विधिवत अपने गुरुजी की चरण पादुका की पूजा अर्चना व आरती कर गुरुपूर्णिमा मनाई । जबकि गुरुपूर्णिमा के दिन हर वर्ष चरण पादुका की पूजा के अवसर पर असंख्य भक्तजन मौजद रहते थे जो कोरोना महामारी के चलते इस बार नही रहे हैं।
शिष्य विश्रामदास महाराज ने बताया की गुरुपूर्णिमा के दिन ब्रम्ह मुहूर्त में महंत सरजुदास महाराज के सानिध्य एवं आशिर्वाद से करेड़ा चम्पाबाग स्थित ब्रम्हलीन महंत परसरामदास महाराज की मूर्ति की पूजा अर्चना की तद्पश्चात डाँग के हनुमान मंदिर घोड़ास के गोविंद सरोवर तट पर बनी ब्रम्हलीन महंत गोविन्ददास महाराज की समाधि पर उनकी चरण पादुका की पूजा अर्चना कर आरती की गई।
इस अवसर पर मन्दिर के पूर्व पुजारी सत्य नारायण वैष्णव, नाथू लाल शर्मा, जमना लाल गाडरी, लेहरु लाल तेली, बंसीलाल सरगरा, भंवर सिंह, शिवलाल शर्मा सहित आगंतुक भक्तों ने मिलकर संगीतमय सुंदरकांड पाठ के साथ ही चल रहे एक दिवसीय अखण्ड रामायण पाठ की पूर्णाहुति की और भजन पार्टी के पश्चात ठाकुर जी को भोग लगा सभी भक्तो में प्रसाद वितरित किया गया।