तेज आंधी से विधुत तंत्र को हुआ भारी नुकसान, 40 लाख के आरओ प्लांट के उडे परखच्चे
आंधी तूफान के दबाब से जहां सैंकडों पेड उखडकर धराशायी हो गए। वहीं कई पक्के व छप्परपोश मकान सैंकडों की संख्या में बिजली के खम्भे व विधुत लाइनें और दर्जनों विधुत ट्रांसफार्मर भी गिरकर धराशायी हो गए
बयाना भरतपुर
बयाना 29 मई। बयाना व रूपवास क्षेत्र में आए तेज आंधी तूफान ने काफी तबाही मचाई। इस आंधी तूफान के दबाब से जहां सैंकडों पेड उखडकर धराशायी हो गए। वहीं कई पक्के व छप्परपोश मकान सैंकडों की संख्या में बिजली के खम्भे व विधुत लाइनें और दर्जनों विधुत ट्रांसफार्मर भी गिरकर धराशायी हो गए। जिससे विधुत निगम को भारी आर्थिक नुकसान होने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में विधुत तंत्र व आपूर्ती भी अस्त व्यस्त हो गई है। इसी प्रकार जलदाय विभाग की ओर से गांवों में स्थापित कराए गए कई आरओ प्लांट भी ध्वस्त हो गए। उनके टीन टप्पर उड गए।
गांव सैदपुरा सहित कई जगह पक्के व कच्चे आवास भी धराशायी हो गए। जिनकी चपेट में आकर कई लोग घायल भी हुए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव सैदपुरा में राशन डीलर श्यामलाल के पक्के मकान की छत अचानक ढहकर गिर जाने से तीन जनें घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला आरबीएम अस्पताल भरतपुर भेजा गया है। इसी प्रकार गांव मूडिया बमूरी, बहरारेखपुरा गांव बौकोली, सहित आधा दर्जन गांवों में जलदाय विभाग की ओर से स्थापित कराए गए आरओ प्लांट भी आंधी के वेग से उखडकर ध्वस्त हो गए। इनके टीन टप्पर आंधी के वेग में पतंग की भांति उड गए। जिससे इनको स्थापित करने में बरती गई अनियमितताओं की भी कलई खुल गई है। जलदाय विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांवों में लगाए जाने वाले एक आर ओ प्लांट की स्थापना पर करीब 20 लाख रूप्ए व्यय होता है और 7 साल तक ठेका कम्पनी की ही देखरेख व संचालन आदि की जिम्मेदारी होती है। यह आर ओ प्लांट ध्वस्त हो जाने के बाद इन गांवों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। विधुत निगम के अधिशाषी अभियंता अजयचैधरी व सहायक अभियंता विवेक शर्मा से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार दोपहर बाद आई तेज आंधी के दबाब से बयाना व रूपवास क्षेत्र में करीब 250 बिजली के खम्भे व उनसे जुडी विधुत लाइनें टूटकर धराशायी हो गए है। इनके अलावा करीब डेढ दर्जन विधुत ट्रांसफार्मरों में भी काफी नुकसान हुआ है। जिससे गांवों की विधुत आपूर्ती व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई है। टूटे खम्भों व विधुत लाइनों एवं ट्रांसफार्मरों को बदलकर गांवों की विधुत आपूर्ती बहाल करने के लिए विधुत निगम के तकनीकी कर्मचारीयों व अधिकारीयों की विशेष टीमें लगाई गई है। जो दिन रात काम कर विधुत तंत्र को फिर से दुरूस्त करने के काम में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि अभी आपूर्ती पूरी तरह ठीक करने में दो दिन और लग सकते है।
राजीव झालानी विशेष संवाददाता की रिपोर्ट