सरकार ने शीघ्र संरक्षित क्षेत्र घोषित नहीं किया गया तो पुनःआमरण अनशन शुरू करने की दी चेतावनी
तीन हजार से अधिक ग्रामीणों ने ली आंदोलन की सक्रिय सदस्यता
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) आदिबद्री व कनकाचल पर्वत को खनन मुक्त कराने के लिए जारी धरने के 213 वे दिन मंगलवार को धरना स्थल पर आंदोलनकारियों का क्रमिक अनशन जारी रहा। मंगलवार को संत हनुमान बाबा, नारायण बाबा, निवृतिदास बाबा, रमेश महाराज, महेंद्र कुमार दास क्रमिक अनशन पर बैठे ।
धरना स्थल पर सरकार समिति के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने पुनः सरकार एवं मुख्य सचेतक महेश जोशी एवं विधायक वाजिब अली को संदेश देते हुए कहा कि वह किए गए वायदे के अनुसार शीघ्र ही हमारी मुख्यमंत्री के साथ निर्णायक बैठक करवा कर आदिबद्री और कनकाचल पर्वत को खनन मुक्त करवाएं अन्यथा सैकड़ों की संख्या में साधु संत आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। एवं इस बार आमरण अनशन रूप किसी भी स्थिति में परिवर्तित हो सकता है।मान मंदिर के पूर्व डीजीपी बिहार आनंद शर्मा ने आंदोलन से जुड़े आगामी कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए बताया कि 9 सितम्बर को जड़खोर में साधु संतों का अधिवेशन, 2 सितम्बर को गौ रक्षा सम्मेलन व 6 सितम्बर को सक्रिय सदस्यों के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जावेगा। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर ब्रजभूमि व ब्रज के गोचर पर्वतों के संपूर्ण संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता दिखाएंगे ।सक्रिय सदस्यता अभियान के अंतर्गत बसंत ब्रज किशोर के नेतृत्व में ब्रज वासियों ने विगत 7 दिनों में बोलखेड़ा, डभाला, रांकोली, बरसाना, सतवास, बड़ा घाटा, इकलहरा, मातुकी, खोह, चिकसोली, हीस का नगला, नहरा आदि गांवो जनसभाएं कर बड़ी संख्या में लोगों को सक्रिय सदस्य बनाया है। अब तक लगभग 3000 से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं। मंगलवार को सतवास में ही 200 से अधिक, बड़ा नहरा गांव में लगभग 150 एवं एचवाड़ा में 100 सदस्यों ने आंदोलन की सक्रिय सदस्यता ली ।सीताराम गुर्जर को बोलखेड़ा, पूर्व सरपंच रामधन को माटुकी, पूर्व सरपंच इंदल को सतवास, रामकिशन को रांकोली, बबलू को बड़ा नहरा, प्रेम सिंह को खोह, विपिन को छोटा नहरा, गोविंद को इकलहरा, सचिन को एचवाड़ा का ग्राम सचिव नियुक्त किया गया।
ब्रजकिशोर बाबा ने कहा यह अभियान एक बहुत बड़ी मुहिम का रूप ले रहा है। इस अभियान के तहत ब्रजवासियों को न केवल ब्रज के पर्वतों की रक्षा के बारे में जागृत किया जा रहा हैं अपितु इस प्रकार हम संगठित होकर संपूर्ण ब्रज को एक विकसित एवं अलौकिक प्रदेश बना सकते हैं इस बारे में भी जानकारी साझा कर रहे हैं ।उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शीघ्र ही अभियान की सदस्यों की संख्या लक्ष्य के अनुसार एक लाख हो जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ रूपकिशोर, मोहनदास, कन्हैया दास, श्यामसुंदर दास, राजवीर भगत आदि लोग मौजूद थे।