अनदेखी की इंतहा जहाजपुर की गंगा बनी गंदा नाला
जहाजपुर (भीलवाड़ा, राजस्थान) प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की इंतहा बन चुकी नागदी नदी जो कुछ सालों पूर्व जहाजपुर की गंगा कहलाती थी अब वह है गंदे नाले में तब्दील हो चुकी है।
तकरीबन 30 से 35 सालों पूर्व नागदी नदी का पानी पीने व नहाने के लिए नगर के वासिंदे उपयोग में लेते थे। स्थानीय प्रशासन व नेताओं की अनदेखी के चलते एवं रखरखाव के अभाव में नागदी नदी गंदे नाले का रूप ले चुकी है। लेकिन अभी तक(पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष भैरू टांक को छोड़कर) किसी जनप्रतिनिधि ने इसकी आवाज को बुलंद नहीं की है। ओर ना ही किसी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान इस ओर गया है। नगर की जनता ने कई मर्तबा ज्ञापन देकर नेताओं व अधिकारियों का ध्यान इस ओर खींचा है परंतु नतीजा सिफर रहा।
नागदी नदी में बने गंदे पानी के नाले को आगे बढ़ाकर पुर्ण रूप से सफाई करा घाटों की मरम्मत करवा पुराने स्वरूप लाया जा सकता था परन्तु राजनीतिक खिंचतान के चलते प्रशासनिक अधिकारी भी इस प्रपंच में पड़ने से बचते रहे हैं। कई पालिका अध्यक्ष बने और चले गए केवल नरेश मीणा ही मात्र ऐसे चेयरमैन रहे हैं जिन्होंने नागदी नदी की सफाई पर ध्यान दिया था। और इत्तेफाक से वर्तमान समय में बी पालिका अध्यक्ष पद पर नरेश मीणा है जिस से जहाजपुर की जनता अपेक्षा करती है कि जहाजपुर की इस गंगा को उसके पुराने स्वरूप में लाया जाए।