वर्तमान आरक्षण व्यवस्था व काले कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय सवर्ण दल व आजाद मंच भारत के तत्वाधान में होगा संगोष्ठी का आयोजन
समतुल्य विचारधारा के अनेकों संगठन प्रमुख साथी लेंगे संगोष्ठी में हिस्सा, आगामी रणनीति पर चर्चा कर होगा निर्णय
जयपुर (राजस्थान/ देशबन्धु जोशी) जातिगत आरक्षण पर सियासत की वोट बैंक नीति और उसके आगामी दुष्प्रभाव विषय को लेकर राष्ट्रीय सवर्ण दल द्वारा रविवार को संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। जिसमें समतुल्य विचारधारा के अनेकों राजनीतिक गैर राजनीतिक सामाजिक धार्मिक संगठनों के पिछले दशकों अनेक वर्षों से समर्पित जागरूक साथी जयपुर पहुंचेंगे और आगामी रणनीति पर अपने विचार रखेंगे। राष्ट्रीय सवर्ण दल राजस्थान जयपुर द्वारा समतुल्य एवं समान विचारधारा वाले अन्य संगठनों के साथ मिलकर 19 सितंबर 2021 (रविवार )को अपराह्न 1 बजे संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
उक्त संगोष्ठी मे देश में पारस्परिक सौहार्द और एकता के लिए घातक जातिगत आरक्षण एवं सियासत की वोट बैंक राजनीति और उसके दुष्परिणाम विषय पर राष्ट्रीय सवर्ण दल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं आजाद मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी देशबंधु जोशी स्वतंत्र विचारक, मंच के राष्ट्रीय सचिव अशोक सिकरवार , आजाद मंच के प्रदेश अध्यक्ष जसवंत सिंह डागुर, कालूराम शर्मा, महिला प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट हंसा पांडे, परखरवक्ता समाज सेवी मंच की विचारधारा से सहमत श्रीमती सीमा रघुवंसी, और प्रदेश अध्यक्ष जागो पार्टी एनके योगी, सुभाष महेश्वरी, राष्ट्रीय समता विकास पार्टी के प्रदेशाधक्ष पंडित त्रिलोक तिवारी, भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद अग्रवाल, राष्ट्रीय आरक्षण विरोधी पार्टी के शिवकुमार शर्मा, जातिगत आरक्षण विरोधी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपी रमन शर्मा (दौसा) , नोटा क्रांति के संयोजक मूल सिंह शेखावत बल्लूपुरा सीकर से गोष्ठी में पहुंचेंगे।
आजाद मंच भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी देशबंधु जोशी ने वर्तमान आरक्षण व्यवस्था सामाजिक विघटन कारी कानूनों के विरुद्ध राजस्थान मैं पिछले अनेकों वर्षों से जातिगत वोट बैंक राजनीतिक के विरुद्ध अन्य संगठनों के पदाधिकारीयो से संगोष्ठी में चर्चा के लिए भाग लेकर एकता का परिचय देने का अनुरोध किया गया है।
राष्ट्रीय सवर्ण दल के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष बेनी प्रसाद कौशिक ने बतलाया कि इस संगोष्ठी में सवर्ण दल की प्रदेश कार्यकारिणी का नए सिरे से गठन एवं विस्तार किया जायेगा तथा पार्टी की आगामी रणनीति की रूपरेखा तय की जाएगी। उन्होंने बतलाया कि संगोष्ठी की अध्यक्षता बीआरएसपी के चौथमल भागेरिया तथा अन्य राजनैतिक दलों द्वारा सवर्ण समाज के साथ हो रहे भेदभाव के विरोध, अमीरों के आरक्षण व एस सी, एस टी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी तथा संसद विधानसभाओं में निरंतर 75 वर्षो से चल रहे आरक्षण के चलते वर्ग विशेष के अलावा अन्य सभी वर्ग समाज जातियां केवल गुलामों की तरह मतदाता बनी हुई है उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार के लिए तथा सवर्ण योग्यता धारी प्रतिभाओं की अनदेखी के कारण हो रहे उनके पलायन आदि बिंदुओ पर संगठन प्रतिनिधियों के साथ खुली चर्चा कर कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा।