विकास के नाम की खुली पोल शमशान मे अर्थी को तीन किलोमीटर पानी से गुजरना पड़ रहा,आमजन मे आक्रोश
बानसुर / सुनील
बानसूर मे क्षेत्र का विकास के नाम की सिस्टम की पोल खोलती हुई तस्वीरें सामने निकल कर आई है जहाँ बानसूर के ग्राम पंचायत हाजीपुर के राजस्व ग्राम पापड़दा में ढाणी बुजी के वासियों को अपने परिजनों की अर्थी को शमशान घाट तक पहुँचाने के लिए तीन किलोमीटर पानी से गुजरना पड़ रहा है। वही अर्थी को कंधा देने वाला एक व्यक्ति जलभराव के कारण हो रहे कीचड़ में उसका पैर फिसल गया और वह गिर गया गनीमत रही कि ग्रामीणों ने उसे संभाला और अर्थी को कंधा दिया स्थानीय निवासी रोटी बैंक संचालक आरसी यादव ने बताया कि यँहा बीस घरों की बस्ती है।बार बार स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन अभी तक सुध नही ली गई है। पंद्रह साल पहले स्थानीय पंच की अभिशंसा पर समशान घाट की ओर जाने वाले रास्ते को नरेगा के तहत सही करवाया गया था लेकिन बारिश के कारण रास्ते मे गहरे गड्ढे होने के कारण अर्थी पानी मे गिर जाती है।आज भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला आज एक व्यक्ति की अर्थी को कंधा देने वाले का पर फिसल गया जिससे पास वाले व्यक्ति ने अर्थी को पानी मे गिरने से बचाया। स्थानीय लोग आज की घटना से आक्रोशित है और स्थानीय प्रशासन से समशान घाट को सही करने की मांग की है। इधर भाजपा के वरिष्ठ नेता शशिकांत बोहरा ने बताया कि कांग्रेस सरकार में बानसूर में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है जब यह तस्वीरें सामने निकल कर आई तो मन विचलित हो गया कि एक वृद्ध व्यक्ति गांव में श्मशान घाट तक सड़क ना होने से गिर गया तथा सब को बड़ी मुश्किल से संभाला गया तो कह सकते हैं कि बानसूर में ना तो अधिकारी लोगों की सुनवाई करते हैं ना कोई स्थानीय नेता तो कांग्रेस सरकार में बानसूर में किसी भी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं हुआ अगर विकास कार्य बानसूर में होता तो आज यह तस्वीरें सामने निकलकर नहीं आती अगर स्थानीय नेता या विधायक जनता की समस्याओं का समाधान नहीं करती तो भाजपा पार्टी द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा