संरक्षण के अभाव में खंडहर हो रहा है जल महल
सकट अलवर
सकट 19 जून सकट क्षेत्र के देवती राम सागर बांध के भराव क्षेत्र में बना जल महल संरक्षण के अभाव मे जीणं क्षीण होता जा रहा है। बांध के पानी के बीच में बना जल महल ऐतिहासिक व बेमिसाल बनावट के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील होने से अपनी आभा खोता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बांध में बारिश के दिनों में पानी भर जाने पर जल महल बांध की शोभा में चार चांद लगा देता था। लेकिन दिन फिरने के साथ ही बारिश के अभाव में बांध सुखा ही पड़ा हुआ है। वही जल महल की दिवारे तथा झरोखे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। महल में कटीली झाड़ियां वह बड़े-बड़े पेड़ उगाए। कभी अपनी सुंदर आभा बिखेरने वाला यह ऐतिहासिक जल महल रखरखाव व मरम्मत के अभाव में समय के साथ अपनी पहचान खोता जा रहा है। सरकार द्वारा कई ऐतिहासिक इमारतों का जीर्णोद्धार कराया जाता है। लेकिन अभी तक इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं आया। ग्रामीणों ने बताया कि इस बेमिसाल व अपनी और आकर्षित करने वाला जल महल का निर्माण राजा महाराजाओं ने करवाया था। उस समय राजा महाराजा घूमने आते थे। साथ ही इस जल महल को लोक आस्था का केंद्र मानते हैं। और दूरदराज से आकर इसकी पूजा-अर्चना करते हैं।
प्रशासन से लगाएंगे गुहार। देवती राम सागर बांध जल उपभोक्ता संगम समिति के पूर्व अध्यक्ष नरसी राम मीणा वह पूर्व सदस्य घासीराम मीणा ने बताया कि बांध में बने जल महल की मरम्मत कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से मांग करेंगे। ताकि क्षेत्र की प्राचीन धरोहर समाप्त होने से बच सकें।
संवाददाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट