कामां पुलिस दस दिन में भी फायरिंग के आरोपियों को नही कर पाई गिरफ्तार
कामां (भरतपुर, राजस्थान) -कामां थाना क्षेत्र के गांव कनवाड़ा में बच्चों को लेकर गुस्साए छुट्टी पर आए एक फौजी ने 3 जनवरी को गांव में ही संचालित एक निजी स्कूल के संचालक पर फायरिंग कर कर कर दी थी फायरिंग के दौरान स्कूल संचालक बाल-बाल बच गया था बंदूक से निकली गोली स्कूल संचालक की पत्नी कामां अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स राजबाला गुर्जर के हाथ में लगी थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी मामले को दस दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी आज तक आरोपियों पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है जबकि आरोपी खुलेआम गांव में ही घूम रहे हैं|
रिपोर्ट कर्ता स्कूल संचालक गांव कनवाड़ा निवासी सुरेंद्र उर्फ सुग्गी पुत्र मूलचन्द गुर्जर ने बताया कि गांव में ही जय हनुमान पब्लिक स्कूल के नाम से निजी विद्यालय संचालित करता है उसके पड़ोस में ही रामकिशन उर्फ पप्पू पुत्र रामधन गुर्जर का मकान है जो फतेहगढ़ में सेना में तैनात है तीन जनों का जनवरी को रामकिशन किसी बात को लेकर उत्तेजित होकर झगड़ने के लिए विद्यालय आ गया था और अपनी सर्विस बंदूक उस पर तान दी थी इसी दौरान मेरी पत्नी राजबाला गुर्जर भी खाना देने विद्यालय आ गई और बीच बचाव करने लगी कहासुनी व मारपीट के बाद रामकिशन फौजी ने मुझ पर अपनी सरकारी बंदूक से फायर कर दिया था बंदूक से निकली गोली बीच-बचाव कर रही मेरी पत्नी राजबाला गुर्जर के हाथ में लग गई थी
जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी घटना के बाद घटना का मामला गांव कनवाड़ा निवासी सुरेंद्र सिंह गुर्जर ने दो जनों रामकिशन व बलराम पुत्र रामधन को नामजद कर कामा थाने में दर्ज कराया था लेकिन घटना को दस दिन बीत जाने के बाद भी आज तक कामा पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है|