सकट क्षेत्र में टिड्डी दल ने उड़ाई किसानों की नींद, खेतों में परात थालियां पीट पीटकर भगाया
राजगढ़,अलवर
सकट (8 जुलाई) क्षेत्र के कई गांवो के किसानों के लिए टिड्डी दल सिरदर्द बन गया है। सकट क्षेत्र में बुधवार को दोपहर करीब एक बजे टिड्डी दल दौसा जिले के बांदीकुई करनावर से होते हुए। अलवर जिले की सीमा में प्रवेश कर गया। और जिले के गांव जोनेटा नारायणपुर सकट गांव कि बड़ी-बाड़ी छोटी बाडी मंडावरी लाकी वीरपुर खेड़ली प्रधाना का गुवाड़ा देवती रामसिंहपुरा कुंडला गांव पहुंच गया। किसानों ने टिड्डी दल को खेतों व पेड़ों से भगाने के लिए शोर करते हुए थाली परात व अन्य बर्तन बजाए। टिड्डी दल गांव कुंडला से सरिस्का की पहाड़ी की ओर चला गया। किसानों ने बताया कि सकट क्षेत्र के गांवो में बुधवार को टिड्डी दल तीसरी बार पहुंचा है। इससे पहले तीन व 4 जुलाई को टिड्डी दल आया था। और खेतों में खड़ी खरीफ की फसलों में नुकसान कर गया था। टिड्डी दल ने किसानों की नींद उड़ा रखी है। करीब दो से तीन किलोमीटर लंबे टिड्डी दल को देखकर किसानों के हाथ-पांव फूल गए।
शाम 6.15 पर टिड्डी दल सरिस्का के जंगलो से लौट कर वापस सकट क्षेत्र के गाँव मे वापस आ गई एवं फसलों पर हमला कर पेड़ पौधो को नष्ट करने लगी सकट गांव के किसान गोपाल प्रसाद लाटा शिवदयाल मीणा व कुंडला ग्राम पंचायत के लालजी राम मीणा व दिनेश चंद्र मीणाने बताया कि टिड्डी दल से गांवों में किसानों मैं दहशत है । किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए थाली परात बजाने व धुआ करने के साथ अन्य उपाय अपना रहे हैं।
- संजंगलो वादाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट