भगवान पार्श्वनाथ की निकाली भव्य शोभायात्रा,श्रदालुओ ने की पुष्प व अबीर की वर्षा
दूसरे दिन मेले में उमड़ी भीड़,महिलाओं ने मनहारी व मटको की खरीदारी
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया)उदयपुर जिले के अतिशय क्षेत्र अडिन्दा में भगवान पार्श्वनाथ के जन्मोत्सव पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में क्षेत्र के श्रदालुओ ने भाग लिया। श्रदालुओ ने बेंड बाजो की धुन पर शोभायात्रा में खूब डांस किया। अडिन्दा मन्दिर में मूलनायक पार्श्वनाथ की दो हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा है। भारत में यह सिर्फ एकमात्र मंदिर है जो दक्षिणमुखी है। इसका कारण यह है कि भूगर्भ से यह प्रतिमा दक्षिणमुखी स्थिति में निकली हुई है । ऐसे पूर्वामुखी करने के लिये अनेक प्रयास किये गए। लेकिन सफल नही रहे। ब्यहं गणधराचार्य कुंतुसागर माराज द्वारा संकलित प्रभावी यंत्रो की झांकी भी जड़ित है। मंदिर परिसर में तीन चौबीसी भव्य कैलाश पर्वत का निर्माण कराया गया। सुमेरु पर्वत की रचना पर तीर्थंकर महावीर स्वामी की नो फिट की पादासन में प्रतिष्ठित प्रतिमा विराजित है। इसके अलावा पदसरोवर में 15 फिट की लम्बे कमल सरोवर में श्री पार्श्वनाथ की 21 फिट की खड्गासन प्रतिमा स्थापित है। प्रति वर्ष यहां पौष दशमी के दिन दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। आज दूसरे दिन मेले में खूब भीड़ उमड़ी। मेलार्थियों ने मटको, कलेंडर, मनहारी, कपड़े आदि खरीदने का आनंद लिया। बच्चों ने डोलर एवं चककरी में झूलने का आनंद लिया।