गोविंदगढ़ कस्बे में लोकडाउन 4 मे बंदीशे से कम हो जाने पर बाजारों में लोटी रौनक
गोविंदगढ़ अलवर
गोविंदगढ़ कस्बे में लोकडाउन 4 मे बंदीशे से कम हो जाने पर बाजारों में जहां रौनक लौट के आ रही है वही बाजार में लगातार भीड़-भाड़ हो जाने से आम नागरिकों मैं चिंता की लहर दौड़ रही है
अलवर जिले में जहां आज 21 मई को चार कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आ जाने से पूरे क्षेत्र में हर आम नागरिक के जुबां पर केवल यही शब्द सुनने को आ रहे थे कि बाजार में इस कदर भीड़-भाड़ हो जाने से संक्रमण फैल सकता है
इसी संदर्भ में जहां गोविंदगढ़ क्षेत्र में बाजार सवेरे 8:00 बजे से 5:00 बजे तक खुलने का समय था वहीं रेडीमेड और कपड़ा सब्जी विक्रेताओं ने दुकानें 1:00 बजे ही बंद करने का निर्णय ले लिया यह निर्णय व्यापारियों के द्वारा स्वत ही लिया गया है और जहां तक देखा जाए यह व्यापारियों की आपसी समझदारी का नतीजा है व्यापारियों का कहना है कि एक सीमित दायरा दुकानों का खुलने का होना चाहिए जिससे कि लोगों का आवागमन बाजार में कम हो और संक्रमण न फैल पाए
गोविंदगढ़ बाजार में जहां बुधवार को अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था वहीं व्यापारियों के द्वारा अपनी दुकानों के आगे लगे तख्त स्वत् ही हटा लिए गए और प्रशासन को पूरा सहयोग किया गया वही गोविंदगढ़ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना होती नजर आई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर जहां लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर सब्जियां एवं खोखे लगाकर कार्य किया जा रहा है जिससे कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
जहां कोविड-19 संक्रमण के चलते जिस भवन मैं संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं उसी भवन के बाहर ही लोगों के द्वारा सब्जियां चूड़ियां आदि बेची जा रही हैं यहां यह विदित है कि राजस्थान में और अलवर जिले में भी सब्जी का कार्य करने वाले कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं वहीं प्रशासन के द्वारा इस ओर ध्यान ना देना एक बड़ी लापरवाही साबित हो सकती है हैरत की बात तो यह है जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को इस बाबत पत्र के द्वारा सूचित भी किया जा चुका है लेकिन जहां संक्रमण के द्वारा कोरोनावायरस फैल रहा है वहां पर यह लापरवाही एक बहुत बड़ी चूक साबित हो सकती है क्योंकि लोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आना जाना लगा रहता है और जिस भवन में संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं वहीं कुछ फुट की दूरी पर सब्जियां बेची जाना बहुत बड़ी लापरवाही है
जहां गोविंदगढ़ कस्बे के अंदर के व्यापारियों के द्वारा प्रशासन से आपसी सामंजस्य बिठाते हुए दुकानों के आगे से तख्त हटा लिए गए वही बस स्टैंड से लेकर SBI बैंक तक अतिक्रमण कहीं भी हटता हुआ नहीं दिखा प्रशासन के द्वारा कहीं जाने के बाद भी रामबास ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा क्या प्रशासन का सहयोग नहीं किया गया यह बहुत बड़ा अहम सवाल है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए बाजार में चलने वालों के बीच दूरी होना आवश्यक है इसलिए अतिक्रमण होने की वजह से यह संभव नहीं दिख रहा देखने वाली बात यह होगी कि रामबास ग्राम पंचायत इस और कितना जल्दी संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करती है इतने संवेदनशील मुद्दे पर ग्राम पंचायत के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं करना बहुत बड़ी लापरवाही मानी जा सकती है