पीडित परिवार की मददगार बनी लुपिन, सीताराम गुप्ता की पहल पर 33 हजार की मदद
30 दिवस का राशन सामग्री कराई उपलब्ध
भरतपुर (राजस्थान/ रामचन्द सैनी) पुत्र का जन्म दिवस मनाने के लिए आवश्यक सामग्री लेकर लौट रहे एक दम्पति की एक सप्ताह पहले मथुरा रोड स्थित मैदा कम्पनी के पास सडक हादसा में मौत हो गई,मृतक दम्पति के तीन नाबालिंग बच्चे बिन मां-बा पके हो गए और 65 वर्षीय बुर्जग महिला का बुढापा का सहारा छिन गया। उक्त बच्चों सहित स्वयं की जिनकी बुर्जग महिला पर आई गई। जिसकी दशा एवं परिवार की हालत देख लुपिन फाउन्डेशन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता सहित अन्य व्यक्ति मददगार बने,उक्त परिवार की सबसे पहले मददगार सीताराम गुप्ता बने,गुप्ता की पहल पर अन्य व्यक्ति भी मदद को आगे आए। लुपिन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि 10 अप्रेल को भरतपुर शहर के निर्मलनगर निवासी पवन सेन के पुत्र गोविन्द सेन का जन्म दिवस था,पुत्र के जन्म दिवस मनाने के लिए पवन सेन एवं उनकी धर्म पत्नी प्रीति सेन बाइक पर सवार होकर आवश्यक सामग्री लेने बाजार जा रहे थे,मथुरा रोड स्थित मैदा कम्पनी के पास अज्ञात वाहन से टकरा गए,सडक हादसा में पवन सेन एवं उनकी पत्नी प्रीति सेन की मौत हो गई। मृतक दम्पति के तीन बच्चे एवं एक बुर्जग मां थी,जो सभी अनाथ हो गए। मृतक दम्पति बुर्जग 65 वर्षीय रामवती सेन पर स्वयं एवं बच्चों के देखभाल की जिम्मेदारी आ गई। इस दरभरी हादसा की सूचना पर मृतक दम्पति के परिवार की मुखिया रामवती सेन को 33 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। साथ एक माह का राशन उनलब्ध कराया गया। राशन सामग्री में 50 किलोग्राम आटा,सरसो तेल,मसाले,साबुन आदि सामान दिया गया। वहीं लुपिन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता से प्रेरणा लेकर ओम कम्पनी के मालिक कृष्ण कुमार अग्रवाल ने घोषणा की है किवे भी आगामी माह से मृतक दम्पति के परिवार के घर का पूरा राशन उपलब्ध कराऐगें। ज्ञातव्य रहे कि परिवार में तीन बच्चे एवं उसकी मां बची है,मृतक पवन सेन पाईबाग स्थित एक ब्यूटी पाॅलर पर हेयर कटिंग का काम करता था,अब पवन सेन एवे उसकी पत्नी प्रीति सेन की सडक हादसा में मौत हो पर उसके परिवार के सामने रोटी-रोजी का संकट पैदा हो गया है।