जादू कोई चमत्कार नही ये केवल हाथों व केमिकल की कला है- जादुगर राय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिता लक्ष्मणसिंह का दुनियां के टॉप टेन जादूगरों में नाम शुमार था -जादूगर राय
बहरोड़ (अलवर,राजस्थान/ सुभाष यादव ) विश्व के जाने माने वरिष्ठ जादूगर राय का शुक्रवार को बहरोड़ क्षेत्र में पहुँचने पर पत्रकार कार्यालय पर स्वागत किया गया। इस दौरान उनके साथ जादूगर शिव कुमार सोनू भी रहे। पत्रकारों से वार्ता करते हुए जादूगर राय ने बताया कि जादू का भविष्य हमेशा ही उज्जवल रहा है। क्योंकि जादू अपने आप को अपडेट करता है। माना कि बहुत से जादूगर एक दूसरे के खेल देखकर तैयार करते हैं। आज मेंटल मैजिक एक ऐसी चीज आई है कि जिसमें रोज नित नये हजारों तरह के इमेंशन होते हैं। राठ क्षेत्र के जादूगर शिवकुमार का खेल सबसे हटकर होता है। उनकी प्रजेन्टेशन अलग तरीके के रहते है। लाईव शो लगभग समाप्त हो चुके है। केवल जादूगर शो बचे हैं उसको अच्छी तरह से प्रजेंटेशन करेंगे तो चलता ही रहेगा। काला जादू, तांत्रिक आदि के बारे में बताया कि कुछ पाखण्डी लोग अलोकिक बताकर जादू को तांत्रिक या काला जादू बता देते हैं। कुछ कैमिकल युक्त मैजिक होते है, कुछ हाथ की सफाई के ट्रिक्स होती है। ऐसे पाखण्डी जादूगर से सीख कर चले जाते हैं और लोगों का मूर्ख बनाकर जादू को अलौकिक जामा पहना देते हैं। चमत्कारिक कोई चीज होती ही नहीं हैं। अंधविश्वास को दूर करने के लिए जादू ही एकमात्र सबसे बड़ा सहारा है। जादूगर राय ने बताया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिता लक्ष्मण सिंह गहलोत के साथ कुछ समय रहने का सौभाग्य मिला है। जो दुनिया के टॉप टेन में अपना स्थान रखते थे।वो राजस्थान के बहुत बड़े और महान जादूगर रहे हैं। जिन्होनें जापान सरकार के निमंत्रण पर पहली बार 1969 में एक सप्ताह तक लाईव और टीवी शो किया है। लक्ष्मण सिंह के बड़े पुत्र अग्रसेन गहलोत अक्सर उनके साथ रहते थे और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनका बहुत सहयोग किया है। जोधपुर दशहरा मेले पर लक्ष्मण सिंह जादू शौ करते थे तो शौ खत्म होने के बाद अशोक गहलोत उनको घर ले जाते थे।