दिव्यांगों के लिए राज्य स्तरीय मीटिंग में मंथन फाउंडेशन ने लिया हिस्सा
बहरोड (अलवर,राजस्थान/ योगेश शर्मा) कोरोना ने आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया जिसका खामियाजा हर आम आदमी को भुगतना पड़ा। कोरोना के चलते स्कूल कॉलेज सभी बंद रहे जिसका असर सबसे अधिक बच्चों पर पड़ा। और अगर दिव्यांग बच्चों की बात करें तो उनकी शिक्षा, थेरेपी, चिकित्सा एवं रोजगार भी व्यापक रूप से प्रभावित हुई। इसी क्रम में स्फेयर इंडिया एजेंसी द्वारा एक राज्य स्तरीय जूम मीटिंग का आयोजन किया जिसमें दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने वाली सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के बीच चर्चा की गई कि किस प्रकार से कोरोना से प्रभावित हुई दिव्यांगों की जिंदगी को पुनः पटरी पर लाया जा सकता है। इस मीटिंग में दिव्यांग बच्चों के न्यूट्रिशन, शिक्षा, काउन्सलिंग एवं सरकारी योजनाओं के लाभ को सभी दिव्यांगों तक पहुंचाने के लिये एक्सपर्ट्स द्वारा राय दी गयी। एवं इस क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं से इन्हें बेहतर बनाने के लिये सुझाव भी लिये गए। इस मीटिंग में मंथन फाउंडेशन समेत 77 प्रतिभागियों ने भाग लिया। मंथन फाउंडेशन की सचिव डॉ0 सविता गोस्वामी ने बताया कि स्फेयर इंडिया की इस पहल का लाभ निश्चित ही हर दिव्यांग तक पहुंचेगा। साथ ही मंथन चैयरमैन डॉ. पीयूष गोस्वामी ने दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनाने की प्रोसेस को इजी करने सभी दिव्यांग बच्चों के चिन्हीकरण एवं समेकित शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने आदि बिंदुओं पर अपनी राय दी। इस कार्यक्रम में एनआईडीएम के एग्जेक्युटिव डायरेक्टर मेजर जनरल एम के बिंदल, राजस्थान के दिव्यांग विभाग के जॉइंट डायरेक्टर अशोक जांगिड़, डब्ल्यूएफपी के न्यूट्रिशन हेड डॉ0 सिद्दार्थ वाघलकर, एफएमएस एमएलएसयू के डायरेक्टर डॉ0 करुणेश सक्सेना, टेक्निकल एजुकेशन स्पेशलिस्ट एकता चंद, इंटरनेशनल माइंड एजुकेशन के डायरेक्टर उदयराज पाउंडेल, स्फेयर इंडिया की कॉलोब्रेटिव एडवोकेसी मैनेजर तनुश्री वर्मा, स्टेट कोऑर्डिनेटर धनंजय मील, एवं विभिन्न एनजीओ के पदाधिकारी उपस्थित थे।