नए लाॅकडाउन के आदेश प्रभावी, बदला बाजार खुलने का समय
बयाना भरतपुर
बयाना 05 अगस्त। बयाना सहित समूचे भरतपुर जिले में कोरोना संक्रमण के पाॅजिटिव मामले बढते जाने के बाद अब जिला प्रशासन की ओर से लाॅकडाउन के नए नियम निर्धारित कर फिर से नए आदेश जारी किए गए है। यह आदेश बुधवार से ही प्रभावी हो गए है। नए आदेशों के अनुसार बयाना सहित पूरे भरतपुर जिले में अब बाजारों को खोलने का समय प्रातः 10 बजे से सांय 5 बजे का निर्धारित कर साप्ताहिक लाॅकडाउन भी घोषित किया गया है। जिसके अनुसार अब बाजार शनिवार व रविवार को अनिवार्य रूप से बंद और जीरो मोबिलिटी लागू रहेगी। इस दौरान चिकित्सा,दवाईयों की दुकानों व पैट्रोल पम्प एवं एलपीजी आउटलेटों को खुलने की छूट दी गई है। दूध व डेयरी की दुकानें प्रातः6 बजे से 8 बजे तक और शाम 5 बजे से 7 बजे तक खुल सकेंगी। एटीएम व बैंक पूर्ववत खुलेंगे। औधोगिक गतिविधीयां नियमित संचालित रहेंगी तथा शराब की दुकानें सरकार की अनुमत समयावधि के अनुसार खुलेंगी। सभी दुकानदारों व बाजार आने वाले ग्राहकों एवं अन्य लोगों को मास्क पहनना व सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना आवश्यक होगा। कोरोना नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने वाले व कहीं भी थूकते पाए जाने वाले लोगों के विरूद्ध चालान व जुर्माने की कार्रवाही की जाएगी।
पहले दिन उडी धज्जियांः- नए कोरोना नियंत्रण व लाॅकडाउन आदेशों के बावजूद बुधवार को भी पहले दिन अन्य दिनों की भांति कई दुकानदार सरकारी नियम आदेशों की खुलेआम धज्जियां उडाकर अपनी झूठी शान दिखाते नजर आए। अन्य दिनों की भांति इस दिन भी कस्बे की सब्जी मंडी सुबह 5 बजे ही खुल गई। सुबह के समय मंडी के आढतियांे के यहां सब्जी बेचने आने वाले लोगोे व खरीदने आने वाले खुदरा सब्जी विक्रताओं की मेले की भांति भीडभाड रही। किसी को भी ना तो मास्क लगाने की ना सोशल डिस्टेंस की पालना की और ना ही कोरोना संक्रमण की परवाह थी। यही हाल कस्बे में कई हलवाईयों व कचैडी, समोसा एवं खोमचा बेचने वाले तथा चाय के रैस्टोरेंटों पर देखा गया। जो रोजाना की भांति सुबह 7 बजे से पहले ही खुल गए थे और जिनके यहां सुबह सवेरे चाय पीने और नाश्ता करने आने वाले लोगों की भीडभाड बनी रही। इन लोगों को भी कोरोना की कोई परवाह नही थी। कस्बे के नागरिकों के अनुसार शुरूआत से ही कोरोना नियंत्रण उपायों व ऐपिडैमिक डिजीजैज एक्ट एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उडाकर कोरोना संक्रमण को बढावा देने वाले ऐसे लोगों के विरूद्ध अगर पुलिस व प्रशासन की ओर से प्रभावी कार्रवाही नही की गई तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम भी भुगतने पड सकते है।
संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट