एक ओर हो रहा जीवो शिकार वही दूसरी तरफ जीवो को बचाने मे जुटा हुआ परिवार
थानागाजी (अलवर, राजस्थान) कहते है मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए बेजुबान पशु पक्षियो को मारने मे पीछे नही हट रहा आज के समय मनुष्य केवल अपने तक ही सीमित है 25 मई 2021 के राजस्थान पत्रिका मे प्रकाशित खबर जहाँ जैसलमेर जिले के जांवध नई गांव मे रविवार को अज्ञात लोगो अपने स्वार्थ के लिए नील की गोली मारकर हत्या कर दी एक तरफ जीवो के शिकार की घटनाऐ सामने आ रही है तो वही दूसरी तरफ जयपुर जिलो की पावटा तहसील के भांकरी निवासी पं गौरीशंकर शर्मा का परिवार जो अपने प्राणो की परवाह किये बगैर दिन रात घायल पशु पक्षियो की जान बचाने जुटा है ये जीवो को बचाने के लिए दूर दराज तक चले जाते है एवं उनका उपचार कर वन विभाग को सौंपते है। इस कार्य मे पं शर्मा के पुत्र मोहित शर्मा पुत्री दिव्या शर्मा एवं छोटे भाई एल एस ए गोविन्द भारद्वाज हमेशा तत्पर रहते है। वर्ष 2021 के लोकडाउन मे अब तक 201 गाय ,13 नील गाय एवम 28 राष्ट्रीय पक्षी मोरो की जान बचा चुके है । पं शर्मा के परिवार ने 110 बेजुबान जीवो के ऐसे बच्चो को निप्पल एवं बोतल से दूध पिलाकर पाला है जिनकी मॉ मर गयी या जंगल मे छोड़कर चली गई है। रात हो या दिन जहाँ भी कोई जीव घायल हो वही पहुँचकर उसका उपचार करने पहुँच जाते है पं शर्मा ने बताया कि मनुष्य अपनी पीडा बोलकर व्यक्त कर सकता है परन्तु ये बेजुबान जीव अपनी पीडा व्यक्त नही कर सकते है इनका जीवन बचाना ही हमारा परम धर्म है। अब तक इन्होने 10601 गाय 1244 नील गाय, 1046 मोर ,81 बन्दर , दो लोमडी , दो गीदड , एवं 400 से अधिक छोटे परिन्दो का उपचार उनका जीवन बचा चुके है।
थानागाजी से गोपेश शर्मा की रिपोर्ट