अमर शहीद हेमू कालाणी के 79 वें शहादत दिवस पर सिन्धी समुदाय द्वारा अर्पित किए जाएँगे श्रद्धा सुमन
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) स्वतंत्रता संग्राम में भारत माता के अनगिनत सपूतो ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराया। अंग्रेजो को भारत से भगा कर देश को जिन वन्दनीय वीरो ने आजाद कराया उनमें 23 मार्च सन् 1923 को जन्में बालक क्रांतिकारी अमर शहीद हेमू कालाणी को भारत देश एवं सिन्धी समुदाय कभी नही भुला पायेगा। लगभग 20 वर्ष की उम्र में 21 जनवरी 1943 को मातृभूमि की आज़ादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर शहीद हो गए। इंक़लाब-ज़िंदाबाद एवं भारत माता की जय का उद्घघोष करते हुए हँसते-हँसते फांसी के फन्दे पर झूल गये। विश्व सिन्धी सेवा संगम के अंतर्राष्ट्रीय सचिव सुरेश कुमार थदानी ने बताया कि विश्व भर में सिन्धी समुदाय द्वारा सिन्ध के वीर सपूत अमर शहीद हेमू कालाणी के 79 वें शहादत दिवस 21 जनवरी शुक्रवार को अपने - अपने घरों पर दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएँगे।