एक दिवसीय ANM का प्रशिक्षण सम्पन्न
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) आज दिनांक 3-12-2021 को खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय भींडर पर बीसीएमओ डॉक्टर संकेत जैन की अध्यक्षता में ANM का एक दिवसीय प्रशिक्षण किया गया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य MCHN सत्र के दौरान माता के स्वास्थ और पोषण की स्थिति को मजबूत करने के संबंध में था,यह प्रशिक्षण आईंपीई ग्लोबल लिमिटेड ओर चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।
इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से चार मॉड्यूल के ऊपर सभी ए एन एम को प्रशिक्षित किया गया जिसमें जीवन के पहले 1000 दिनों का महत्व,गर्भावस्था के दौरान वज़न वृद्धि मानक,मिथक ओर तथ्य,और मातृ शिशू स्वास्थ पोषण दिवस पर एएनएम की भूमिका के बारे में परामर्श दिया गया।
इस प्रशिक्षण में ANM को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, इंद्रा गांधी मातृ पोषण योजना, जेएस वाय योजना के बारे में जानकारी दी गई ओर कहा गया की हर एक पात्र लाभार्थी को इस योजना का पूर्ण लाभ मिले इस हेतु सभी लाभार्थी को योजना के बारे में जानकारी दे
राजस्थान में 15-49 आयु वर्ग की लगभग 38 प्रतिशत महिलाएं कुपोषित पाई गई हे, गर्भवती महिलाओं में एनेमिया की दर 50 प्रतिशत हे, राजस्थान में मातृ मृत्यु दर 164 प्रती 100000 जीवित हे,और जन्म के समय कम वजन के शिशु का प्रतिशत भी अधिक हे इसी में सुधार करने हेतु गर्भावस्था के दौरान वज़न वृद्धि ओर सही मॉड्यूल का विकास किया गया है जिसका प्रशिक्षण आज भींडर ब्लॉक की समस्त एएनएम को दो समूहों में विभाजित कर दिया गया है।
सत्र में डॉक्टर होजेफा द्वारा एमसीएचएन दिवस पर किस प्रकार बेहतर परामर्श लाभार्थी को दिया जाना हे इसके बारे में जानकारी दी ओर कहा की हमे हर लाभार्थी का पोषण संबंधी व्यवहार परिवर्तन कर उन्हें गर्भवास्था में ज्यादा खाने के बारे में बताना है जिससे गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला का पर्याप्त वज़न बड़े जिससे जन्म के समय शिशु कम वजन का ना हो,साथ ही गर्भावस्था में ध्यान रखे जाने वाली बातो के बारे में जानकारी दी।
इस प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक श्री मति निवेदिता जोशी, बीपीएम आईंपीई ग्लोबल लिमिटेड से रोहित कुमार शर्मा और बीएचएस जगदीश चोबिसा, पीएचएस नीरज शर्मा थे
सत्र के अंत में बीसीएमओ डॉक्टर संकेत जैन के द्वारा सभी एएन एम को संदर्भ पुस्तिका और जॉब एड प्रदान किया गया जिसका उपयोग सभी एएनएम टिकाकरण सत्र में लाभार्थी को परामर्श देने में करेंगे। बीएचएस सुलोचना के द्वारा सभी का आभार व्यक्त कर सत्र का समापन किया गया।