23 वे तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ जयन्ती पर एक शाम प्रभुपार्श्व के नाम
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) तेरापंथ भवन नागौरी गार्डेन में मुनि राजकुमार मुनि कुलदीप कुमार मुनि अनुशासन कुमार के पावन सानिध्य में जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ जन्म जयंती के शुभ अवसर पर "एक शाम पार्श्व के नाम" भक्ति संध्या का आयोजन किया गया।तेरापंथ धर्म संघ के सुमधुर गायक मुनि राजकुमार ने तीर्थंकर पार्श्व प्रभु को श्रद्धा भक्ति से नमन और स्मरण करते हुए उनकी अभिवंदना में "वामा नंदन लो शत वंदन श्रद्धा का आधार" . गीत का संगान किया। इस दौरान मुनि कुलदीप कुमार ने पार्श्व प्रभु के जीवन से जुड़ा घटना प्रसंग बताते हुए कहा कि चौबीस तीर्थंकरों में पार्श्व प्रभु सबसे लोकप्रिय रहे।पार्श्व जयंती के इस अवसर पर हम सब उनके गुणों का स्मरण करे और चित्त में समता आराधना के भाव लाते हुए वीतराग पथ पर आगे बढ़ने का संकल्प ले और वीतरागता का आत्मसात करने का प्रयास करे।
'नचिकेता' मुनि अनुशासन कुमार ने पार्श्व भक्ति के रस से परिपूर्ण आस्थामय गीत से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। तेरापंथ धर्म संघ के प्रसिद्ध भीलवाड़ा गायककार संजय भानावत ने "पार्श्व नाम नाम प्यारा है" गीत ने सबको भाव विभोर कर दिया। तेरापंथ धर्म संघ की शान गायक ऋषि दुगड़ ने भक्ति के सम्राट मुझे भक्ति का वर दो गीत की प्रस्तुति दी।
बालकलाकर हिरेन चोरड़िया ने पार्श्व देव चरणों में शत शत प्रणाम गीत की प्रस्तुति दी। अपेक्षा पामेचा ने अपनी सुमधुर वाणी से भक्ति का समां बांध दिया।।
नन्हे उभरते बाल कलाकार दीपांशु झाबक दक्ष बडोला पुष्पा पामेचा सभी ने बहुत ही श्रद्धामय प्रस्तुतियां दी।
संचालन प्रसिद्ध गायिका विनिता भानावत ने किया। भजन संध्या का ये कार्यक्रम बहुत ही रोचक मन मोहक रहा। मुनि राजकुमार मुनि कुलदीप कुमार ने सभी गायक कलाकारों के प्रति शुभ मंगल कामना व्यक्त करते हुए मंगल पाठ प्रदान किया। श्रावकों की अच्छी उपस्थिति रही।