विधिक सेवा दिवस के अवसर ऑनलाईन विधिक जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
किशनगढ़ बास
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अलवर के निर्देषानुसार तालुका विधिक सेवा समिति किशनगढ़बास, द्वारा विधिक सेवा दिवस के मौके पर आॅनलाईन माध्यम से विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर पैनल अधिवक्ता श्री प्रताप सैन, मुकेश सैनी, एवं पीएलवी गुलाब शर्मा द्वारा जानकारीया दी गई ।
राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस की शुरुआत पहली बार वर्ष 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब एवं कमजोर वर्गों को सहायता एवं समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी। भारतीय संसद द्वारा भारतीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 को 9 नवंबर, 1995 को लागू किया गया। इसलिये 9 नवंबर को ‘राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस’ के रूप में चिह्नित किया गया है। विधिक सेवा दिवस मनाने का उद्येष्य समाज के कमजोर वर्गों को निःशुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करना है।
संविधान के अनुच्छेद 39ए अवसर की समानता के आधार पर न्याय को बढ़ावा देने के लिये समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने का प्रावधान करता है। अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 22 (1), विधि के समक्ष समानता सुनिश्चित करने के लिये राज्य को बाध्य करते हैं। इस मौके पर रालसा एवं नालसा की विभिन्न योजनाओं एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं की भी जानकारी प्रदान की गई।
श्याम नूरनगर की रिपोर्ट