संगठन मंत्री आचार्य ने दिया संघर्ष सेवा समिति पुर से इस्तीफा
भीलवाड़ा (राजस्थान/बृजेश शर्मा) उपनगर पुर पुर संघर्ष सेवा समिति के संगठन मंत्री रतनलाल आचार्य ने अध्यक्ष को एक पत्र लिखते हुए इस्तीफा स्वीकार करने की मांग की पत्र के हवाले से आचार्य ने बताया कि संघर्ष सेवा समिति अपने गठन के मूल उद्देश्य से भटक कर कुछ पदाधिकारियों द्वारा अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति हेतु पार्टी विशेष की हाथों की कठपुतली बनकर पुर के लोगों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है समिति गठन का मुख्य उद्देश्य जिंदल सॉ से पुर के लोगों को न्याय दिला कर उनका अधिकार दिलाने हेतु रहा लेकिन आज तक पुर के लोगों को न्याय नहीं मिला जिससे पुर के लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं पुर की जनता द्वारा इतना बड़ा आंदोलन किया गया लेकिन कुछ लोगों के द्वारा इस आंदोलन को अपनी राजनीति चमकाने के लिए उपयोग लिया गया आचार्य ने बताया कि समिति के पदाधिकारियों को पुर की जनता की परवाह नहीं है अगर है तो समिति को आवंटित प्लॉटों से स्टे हटाने से ज्यादा जोर व प्राथमिकता इस बात पर होनी चाहिए कि सबसे पहले नगर विकास न्यास द्वारा सर्वे किया जाकर शेष रहे लोगों के घरों में हुए नुकसान की भरपाई हेतु स्टे हटाने से पहले लॉटरी निकाली जाकर सबको भूखंड आवंटित किए जाएं तथा जिन लोगों का नुकसान ज्यादा हुआ वह भूखंड छोटे मिले ऐसे असंतुष्ट लोगों के मकानों का सर्वे भी पुनः स्टे हटाने से पहले किया जा कर उन्हें भी नुकसान के अनुरूप भूखंड आवंटित किए जावे तथा समिति के सभी पदाधिकारियों ने शपथ ली थी कि जब तक गांव के सभी लोगों को नुकसान के बदले भूखंड नहीं मिल जाते तब तक हम सभी अपने-अपने आवंटित भूखंड नहीं लेंगे जिसकी खबर अखबारों में भी लगी थी तब फिर क्यों समिति अपने उद्देश्य से भटक कर पुर की जनता को अपने स्वार्थ की पूर्ति हेतु मूर्ख बनाने पर तुली हुई है हालांकि संघर्ष सेवा समिति ही थी जिसने जिंदल के खिलाफ सर्वप्रथम पुर की जनता के हितार्थ आवाज उठाई क्योंकि पुर के सभी जनप्रतिनिधि आज भी जिंदल से मिले हुए होकर केवल उन्हीं के स्वार्थ की पूर्ति में लगे हुए हैं पुर के एक स्वागत कार्यक्रम में विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी व नवनियुक्त सभापति राकेश पाठक तथा पुर के सभी पार्षदों ने भी जनता के सामने वादा किया था कि हम एक बड़ा आंदोलन चलाकर जिंदल के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे जिससे पुर के लोगों को रोजगार बिजली पानी जिंदल की तरफ से दिलाए जाकर पुर् में शिक्षा व चिकित्सा सुविधा तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांग जिंदल से कि जाकर पुर के विकास हेतु आंदोलन किया जाएगा लेकिन उनके द्वारा भी आज दिन तक इस बाबत पुर के लोगों से कोई चर्चा नहीं की जा रही हैं तथा समिति भी अपने मूल उद्देश्य से भटकते हुए केवल स्वार्थ पूर्ति हेतु चलने की राह पर जा रही हैं इसी से आहत होकर संगठन मंत्री आचार्य ने अपने पद वह सदस्यता से इस्तीफा दिया,