लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र की जनता पानी के लिए त्राहि-त्राहि, पानी की समस्या को लेकर काफी परिवार गांव से कर चुके हैं पलायन
क्षेत्र में बेटी रोटी के रिश्ते में पड़ रहे हैं लाले और पानी पर जड़े जा रहे हैं ताले कहां है जनता के रखवाले:-मोहन महाबल (सामाजिक कार्यकर्ता)
- :-लक्षमणगढ़ क्षेत्र में पानी को रखा जाता है तालो में, सरकार की हर घर नल हर घर जल योजना फेल, ग्रामीणों को नवीन कलेक्शन देने से मना कर रहा है जलदाय विभाग
- :- ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी व जलदाय विभाग के कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दिया ज्ञापन
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) लक्ष्मणगढ़ उपखंड मुख्यालय सहित संपूर्ण क्षेत्र में पानी की त्राहि-त्राहि तो मची है वही अलवर जिला डार्क जोन में है पर पानी की समस्या को लेकर के आज स्यालकी का बास के वाशिंदे काफी संख्या में एकत्रित होकर जलदाय विभाग पर आकर के अपना विरोध प्रदर्शन करने लगे ,समस्या थी पानी की वहां घंटों इंतजार करने के पश्चात जलदाय विभाग के अधिकारी मुकेश चंद यादव कनिष्ठ अभियंता से मिलने के पश्चात गांव की समस्या से अवगत कराया और लगभग 50-60 फाइल नवीन कनेक्शन के लिए ग्रामीणों के पास थी पर जलदाय विभाग के अधिकारी ने फाइल लेने से ही मना कर दिया इधर ग्रामीणों का कहना है कि काफी लंबे समय से हम फाइलों को लेकर के घूम रहे हैं पर हमें नवीन कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है पानी की आपूर्ति नहीं है इसलिए हम इन्हें नया कनेक्शन नहीं दे सकते। विधायक महोदय से मिलकर के नई सैंग्क्शन होगी तब जाकर कहीं ग्रामीणों को पानी के लिए राहत मिलेगी तभी नए कनेक्शन लिए जाएंगे ग्रामीणों को इस बात का गुस्सा था और शिकायत को लेकर के उपखंड अधिकारी के पास पहुंचे जहां उपखंड अधिकारी के ना होने पर कार्यालय में अपना ज्ञापन मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार अशोक गहलोत ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत सरकार देते हुए बतलाया कि आजादी से आज तक हमें इस ग्रामीण के बाशिंदों को पानी तक सरकार ने मुहैया नहीं करा पाई। हमारे गांव से कितने ही परिवार पलायन कर चुके हैं। हमें टैंकरों के सहारे से ही पानी पीने को मिल पाता है टैंकर अपने निजी खर्च पर हम मंगवाते हैं। और पानी को हमें तालों के अंदर रखना पड़ता है , क्योंकि पानी हमारे लिए कीमती है अनमोल है।पर पानी की समस्या को देखते हुए हमारे पशुओं का हमारी खेती का बुरा हाल है। एक और सरकार जय जवान जय किसान का तो नारा देती है। पर यहां जब किसान के लिए पानी नहीं तो किसान कैसे बचेगा और जब किसान नहीं बचेगा तो जवान कहां से पैदा होंगे। क्षेत्र के किसान और जवान को बचाने के लिए पशुधन को बचाने के लिए महती आवश्यकता है जल और चंबल के पानी की की गई घोषणा चुनावी समय में वह आज तक सरकार पूरा नहीं कर पाई है क्षेत्र की जनता को चाहिए चंबल का पानी तभी क्षेत्र बनेगा खुशहाल। एक और सरकार कहती है हर घर नल हर घर जल पर गांव के अंदर ना तो नल और ना जल, फिर सोचो कैसा होगा हमारा आने वाला कल सरकार हमें मूलभूत सुविधाओं को मुहैया नहीं करा पाती फिर हमें सरकार चुनने का और अपना मत देने का क्या फायदा हमारे गांव की हमारे क्षेत्र की हालात यह है कि यहां बेटी और रोटी के रिश्ते में भी लाले पड़ने लगे हैं जहां पानी नहीं होगा वहां कौन अपनी बेटी को देगा।
भूजल स्तर इतना नीचे जा गिरा है यहां पर बोरिंग हजार आठ सौ फुट नीचे जा करके कहीं पानी निकल पाता है वह भी अगर नसीब अच्छे हो तो अन्यथा किसान कर्जे से बोरिंग करवाता है और पानी ना निकालने पर बौहरे को अपने सिर पर बैठा लेता है कर जाना चुके तो किसान आत्महत्या करता है। यहां नेता लोग हर बार चुनावी समय में ही देखते हैं बाकी समय पता नहीं कहां चले जाते हैं क्षेत्र में कभी जन सुनवाई होती नहीं और हर बार चुनावी समय में चंबल के पानी का आश्वासन दे जाते हैं भोली ही जनता इनकी बातों में आ जाती है और हर बार इन्हें जीता करके विधानसभा संसद तक तो भेज दी है और यह नेता लोग गांव के विकास की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते लगभग 20 वर्षों से यही आश्वासन पर शासन चला रहा है चुनावी समय में चंबल का पानी चंबल का पानी आखिर कब आ पाएगा पानी हर घर नल हर घर जल सरकार की योजना है कहीं ग्रामीण और व क्षेत्रवासियों के लिए कोई सपना तो नहीं।
इस तरह अपनी व्यथा ज्ञापन में देते हुए ग्रामीणों व क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान सरकार व प्रधानमंत्री भारत सरकार नरेंद्र भाई मोदी के लिए उपखंड अधिकारी कार्यालय में पेश हो कर दिया अब देखना यह है की इन ग्रामीण क्षेत्र वासियों के लिए कब तक पानी की समस्या से निजात मिल पाती है या नहीं।
जोहरी लाल मीणा (क्षेत्रीय विधायक राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा) का कहना है कि:- पानी की समस्या क्षेत्र की ही नहीं संपूर्ण जिले की है पूरा जिला डार्क जोन में है ।क्षेत्र की जनता को पानी से निजात दिलाने के लिए हमारे व हमारी सरकार के प्रयास जारी है और जल्दी हम बीसलपुर व चंबल का पानी लाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं इधर घाट केनाल का पानी लाने के लिए भी हमारा नहर का कार्य जारी है
मुकेश चंद यादव कनिष्ठ अभियंता( जलदाय विभाग लक्ष्मणगढ़ अलवर) का कहना है कि:- क्षेत्र में पानी सीमित है नवीन बोरिंग और कटे नई सैंक्शन मिले तब जाकर इन स्यालकी का बास ग्रामीणों के लिए पानी मिल पाएगा अगर हम इन्हें कनेक्शन दे दे तो हॉस्पिटल व पुलिस थाने की व्यवस्था चरमरा जाएगी। विधायक महोदय से मिलकर नई सैंक्शन जारी हो तभी कोई नई योजना का जल इन्हें उपलब्ध हो पाएगा।
जसवंत सिंह निजी सहायक (उपखंड अधिकारी कार्यालय लक्ष्मणगढ़ अलवर) का कहना है कि:- स्याल की का बास ग्रामीणों के द्वारा उपखंड अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन दिया गया ग्रामीण क्षेत्रों वासियों का हवाला देते हुए पानी की विकट समस्या को लेकर हर घर नल हर घर जल व चंबल के पानी को लाने की बात को लेकर मुख्यमंत्री वह प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया है जिसे तुरंत हमने जिला कलेक्टर महोदय को मेल करके अवगत कराया है।