अलवर-बहरोड़ राजमार्ग पर धुलं के उड़ते गुब्बार से परेशान लोगों ने अधिकारियों से की समाधान की मांग
बर्डोद (अलवर, राजस्थान/मनीष सोनी) शाहजहांपुर बार्डर पर किसान आंदोलन,ए़ंव बारिश के कारण भारी वाहनों का अलवर-बहरोड़ राजमार्ग पर डायवर्ट करने की वजह ए़ंव भारी वाहनों की बढ़ती आवाजाही से मुख्य मार्ग पर जगह जगह बने गहरे गड्ढे हादसों का कारण बन रहे थे। सामाजिक सरोकार की भूमिका निभाते हुए गहरे गड्ढो को भरने के लिए हमने अधिकारियों को जागरूक करने के लिए खबर भी प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के दुसरे दिन ही सम्बन्धित अधिकारियों ए़ंव अन्य लोगों ने वाहन चालकों की सुविधा के लिए गहरे गड्ढों में मिट्टी का मलबा डलवा दिया। जो भारी वाहनों की आवाजाही के दबाव से अब पाउडर बना गया। वाहनों की आवाजाही के बाद उड़ते हुए धुंल के गुब्बार से वाहन चालकों के साथ साथ रिहायशी क्षेत्र के लोग भी परेशान हैं। दिनभर उड़ते धुंल के गुब्बार से घरों में मिट्टी की परतें जमने लगी है। साथ ही लोगों को शंवास रोग होने लगा है। और कुछ लोग तो शंवास रोग से ग्रस्त हो चुके हैं।जो चिकित्सकों से परामर्श लें रहे हैं। व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष मुकेश सैनी, सरस्वती फाउंडेशन निदेशिका मिनाक्षी सैनी, शिक्षाविद् महादेव प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता अनुराधा मनीष सोनी, पुजा संदीप मास्टर, विजय मिस्त्री, मनोज सैनी, जीतु चौहान, सहित अन्य लोगों ने सम्बंधित अधिकारियों से तत्काल ही सड़क मार्ग के गहरे गड्ढो को दुरुस्त करने की मांग की है।