पुलिस की क्यूआरटी टीम ने पकडे 5 गौतस्कर,144 गौवंश कराए मुक्त
अवैध हथियार, 7 जिंदा कारतूस व ट्रक किया जब्त
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी)। बयाना वृत के गांव अगावली के पास व गांव मुर्रकी के पास के जंगलों में बीती रात्रि को विशेष सूचना पर भरतपुर की क्यूआरटी टीम ने कार्रवाई कर पांच गौतस्करों को पकडा है और उनके चंगुल से 144 गाय व गौवंशों को मुक्त करवाकर उन्हंे रूदावल की एक गौशाला के सुपुर्द किया है। पुलिस ने गौतस्करों से 315 बोर का एक देशी कट्टा व 7 जिंदा कारतूस एवं एक ट्रक भी जब्त किया है। जो गौवंश की तस्करी में उपयोग किया जाता बताया। पकडे गए आरोपी हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना थाना क्षेत्र के गांव पिपरौली निवासी जफरूमेव पुत्र इस्माइल खां, ताबडू रोड नूंह निवासी जमशेद पुत्र हमीदा फकीर एवं बयाना उपखंड के गांव मुर्रकी निवासी भप्पे गूजर पुत्र रमन गूजर व गांव नगला झामरा निवासी सुखसिंह पुत्र रेवती जाट एवं हिण्डौन थाना क्षेत्र के गांव अलीपुरा निवासी रायसिंह गूजर पुत्र गोरधन बताए है। जिनमें से जमशेद के कब्जे से 315 बोर का देशी कट्टा व 7 जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। पुलिस का अनुमान है कि गौतस्करों का एक पूरा रैकेट है जिसमें स्थानीय लोग भी शामिल है। जो लावारिस गाय व गौवंशों पर निगरानी रखने व उन्हें इकट्ठा करने में भी सहयोग करते है। कोतवाली प्रभारी पूरनसिंह मीणा ने बताया कि पुलिस ने पकडे गए लोगों के विरूद्ध गौ संरक्षण अधिनियम व आर्म्स एक्ट आदि की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। पुलिस को प्रारम्भिक पूछताछ में गौतस्करों ने बताया है कि उन्होंने यहां पास के एक गांव में गाय व गौवंशों को इकट्ठा करने के लिए एक स्थान पर पशुवाडा भी बना रखा है। जहां इन प्शुओं के इकट्ठा होने पर वह इन्हें रातोंरात ट्रकों में भरकर हरियाणा व उत्तरप्रदेश के कट्टीघरों में ले जाते थे। कई बार गंभीर नदी के रास्ते सेवला हैड व खांनवा होते हुए इन प्शुओं को पैदल ही रातों रात यूपी के फतहपुर सीकरी भी ले जाते थे। जहां इन्हें आधुनिक कट्टीघर संचालकों को बेच दिया जाता था। पुलिस की इस कार्रवाही से यहां काफी खलबली मची है।