रामगढ में सियासी जंग हुई तेज, राज्य सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की अवहेलना कर 300 पट्टे निरस्त करने का मामला आया सामने
एसडीएम के खिलाफ प्रताड़ित करने और विधायक साफिया जुबेर की मिलिभगत का लगाया आरोप
रामगढ़ (अलवर, राजस्थान/ अमित भारद्वाज) सरपंच शकुंतला सैनी ने सभी वार्ड पंचों और ग्रामीणों को साथ ले एसडीएम कैलाश शर्मा के खिलाफ प्रताड़ित करने और विधायक साफिया जुबेर की मिलिभगत से ग्राम पंचायत द्वारा जारी 300 पट्टे निरस्त कर देने और राज्य सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की अवहेलना करते हुए नगर पालिका चेयरमैन पद पर सरपंच शकुंतला सैनी को ना देते के विरोध में रामगढ़ थाना अधिकारी रामनिवास मीणा के समक्ष रिपोर्ट दर्ज करने के लिए पेश की है।
सरपंच पति बलिराम सैनी ने बताया कि मेरी पत्नी शकुंतला सैनी 22 एक 2020 को रामगढ़ ग्राम पंचायत की सरपंच निर्वाचित हुई थी उसके बाद राज्य सरकार द्वारा नोटिफिकेशन नंबर 1176 दिनांक 25 मार्च 2021 को रामगढ़ ग्राम पंचायत को नगर पालिका घोषित कर दिया उसके बाद 8 जून 2021 को नया नोटिफिकेशन जारी किया जिसमें लिखा कि जिस ग्राम पंचायत की जनसंख्या अधिक है वहां के सरपंच को चेयरमैन पद एवं दूसरे नंबर की ग्राम पंचायत सरपंच को वाइस चेयरमैन और सभी वार्ड पंचों को नगर पालिका सदस्य घोषित करने को आदेश जारी किए। परंतु हमारी छवि खराब करने की नियत से विधायक साफिया जुबेर एवं एसडीएम कैलाश शर्मा द्वारा कूट रचित योजना से कागज तैयार करवा फर्जी शिकायत कर्ता के आधार पर ग्राम पंचायत द्वारा जारी 300 पट्टे निरस्त कर दिए और नगर पालिका अधिशासी अधिकारी का पद तहसीलदार को सौंप दिया एवं प्रशासक एसडीएम कैलाश शर्मा को नियुक्त कर दिया गया।
इनके द्वारा हमारी छवि खराब करते हुए हमें बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा है और सुविधा शुल्क मांगा जाता है इसलिए हमने सभी वार्ड पंचों को साथ लेते हुए एसडीएम के खिलाफ रामगढ़ थाने में रिपोर्ट पेश की है यदि रामगढ़ थाना अधिकारी हमारे द्वारा दी गई रिपोर्ट पर कार्यवाही नहीं करेंगे तो मजबूरन हमें अदालत में इस्तगासा दर्ज करानी पड़ेगी।
इस बारे में रामगढ़ थाना अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि इन्होंने जो आरोप लगाए हैं उसके बारे में हमने एसडीएम कार्यालय से दस्तावेज मंगाए हैं जिससे प्रथम दृश्य मालूम चलता है कि एसडीएम ने अपनी तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की है शिकायत के आधार पर शासन सचिव द्वारा जारी आदेश में कुछ निर्धारित बिंदुओं पर 30 जून 21 की पालना में एसडीएम द्वारा तहसीलदार और विकास अधिकारी से जांच करवाई गई थी प्रथम दृष्टया इसमें एसडीएम साहब का कोई रोल साबित नहीं हो रहा है।
एसडीएम कैलाश शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि मैंने अपनी तरफ से कोई जांच नहीं कराई है मैंने डीएलबी के आदेश क्रमांक 30 621 की पालना में तहसीलदार और विकास अधिकारी से जांच करवाई थी मेरे ऊपर इनका आरोप लगाना इनका निराधार है। इस दौरान सरपंच शकुंतला सैनी वार्ड पंच निवाज खान धोला मीणा गिर्राज प्रसाद उपसरपंच चंद्र प्रकाश सोनी रिंकू सैनी संजय खंडेलवाल ग्रामीण जवाहर तनेजा राजेश दत्ता उमर खान सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।