धरने के 47 वे दिन 5 मार्च को भरतपुर में होने वाले प्रदर्शन की तैयारी जोरो पर, वृन्दावन कुम्भ से आ रहा साधु संतों का जत्था
ब्रज के पर्वतों को खनन मुक्त करने की मांग को लेकर कई पूर्व विधायक व वरिष्ठ राजनेताओं के अलावा प्रसिद्द पर्यावरणविद भी होगें सम्मिलित
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) डीग तहसील के गांव पसोपा में ब्रज के पर्वत कंकाचल व आदिबद्री को खनन मुक्त करने की मांग को लेकर साधू संतों व स्थानीय ग्रामीणों का धरना बुधवार को 47वे दिन भी जारी रहा । मान मंदिर बरसाना के कार्यकारी अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने बताया है कि इस मुद्दे को लेकर 5 मार्च को भरतपुर में आयोजित होने वाले प्रदर्शन की तैयारियां जोरो पर है । आंदोलनकारी साधु-संतों ने दावा किया है की अच्छी खासी संख्या में पूर्व विधायक, वरिष्ठ राजनेतागण, कई प्रसिद्ध पर्यावरणविद, समाजसेवी इसमें सम्मिलित होगें। संरक्षण समिति के उपाध्यक्ष सरपंच विजय सिंह के अनुसार 5 मार्च को हजारों की संख्या में हमारे गावों से ग्रामवासी अपने अधिकारों व ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए भरतपूर कूच करेंगें, जिसकी सारी तैयारियां पूरी करली गई है ।उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को ले जाने के लिए सेकड़ों वाहनों के व्यस्था कर ली गयी है व केवल पुरुष ही नहीं गावों की महिलायें भी इसमें सम्मिलित होंगीं । राधाकांत शाष्त्री ने बताया की वृन्दावन कुम्भ से भी साधू संतों व वैष्णवों का एक बड़ा जत्था इस प्रदर्शन में सम्मिलित होकर ब्रज के पर्वतों पर चल रहे विनाशकारी खनन के खिलाफ आवाज बुलंद करेगा ।
अखिल भारतीय जर्जर महासभा के कार्यकर्ताओं ने अलवर के जिला मुख्यालय पर ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन के विरोध में प्रदर्शन कर अतिरिक्त जिलाधिकारी कमलराम मीणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा एवं अविलम्ब कंकाचल व आदिबद्री पर्वत को खनन मुक्त करने की मांग की है ।
गौरतलब है की गुर्जर महासभा ने ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन को तुरंत बंद करवाने के लिए प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने का अभियान प्रारंम्भ किया हुआ है व पूर्व में भी 4 जिला मुख्यालयों पर इस प्रकार का प्रदर्शन किया जा चुका है ।इस अवसर पर प्रमुखरूप से प्रदेश सचिव राजेन्द्र कसाणा , जिलाध्यक्ष घनश्याम तंवर , जिला संरक्षक व सलाहकार तारा चंद गहनकर जिलाउपाध्यक्ष मातादीन भाटी , जिलामहामंत्री धर्मसिंह कांवर , जिलासंघठन महामंत्री राजाराम हरसाना ,जिला प्रचारमंत्री प्रभुदयाल गुर्जर , सदस्य प्रहलाद चेची , जिलाकार्यलय मंत्री संजय गुर्जर आदि उपस्थित रहे ।
मंगलवार देर शाम तक आन्दोलन के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में आन्दोलनकारियों की मांग को ले कर पूरे विषय पर गहन चर्चा हुई । सरकारी अधिकारियों ने ब्रज के पर्वतों पर चल रहे खनन के चलते उत्पन्न स्थिति की गंभीरता को बड़े ध्यान से समझा व सपूर्ण प्रकरण पर शीघ्र ही निर्णायक बैठक करने की बात कही ।प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विधायक व संरक्षण समिति के संरक्षक गोपी गुर्जर, कांग्रेस के पूर्व विधायक मोतीलाल खरेरा, सलाहकार राधाप्रिय, समाजसेवी व पर्यावरणविद चंद्रशेखर खूंटेटा व यादव समाज के नेता महेंद्र सिंह यादव सम्मिलित थे ।
प्रतिनिधिमंडल ने सरकार से अपील की है कि बजाय प्रकृति, पर्वतों व पर्यावरण का विनाश करने के सृजनात्मक दृष्टिकोण से कार्य करते हुए ब्रज के सम्पूर्ण पर्वतीय क्षेत्र का संरक्षण कर इसे एक विश्वस्तरीय इकोपार्क अथवा धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए जिससे न केवल अवैध खनन के चलते सरकार को हो रही करोड़ों की भारी राजस्व हानि से बचा जा सकेगा बल्कि सम्पूर्ण क्षेत्र आर्थिक, भोगौलिक, पर्यावरणिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से भी खुशाल हो जायेगा साथ ही साथ बड़ी मात्रा में रोजगार भी उपलब्ध होगा एवं पर्यटन से भारी मात्रा में सरकारी राजस्व की बढोतरी होगी । उन्होंने इस प्रकार के किसी भी जनहित व पर्यावरण के रक्षण की योजना में कार्य के लिए हर प्रकार की सहभागिता प्रदान करने की बात कही व साथ ही साथ यह भी साफ तौर पर कह दिया कि आदिबद्री व कंकाचल पर्वतों की सपूर्ण रक्षा के लिए आन्दोलनकारी साधू संत व ग्रामवासी किसी भी हद तक जा सकते है ।