कृष्ण लीला स्थली जड़खोर पहुंची राधारानी ब्रजयात्रा
भरतपुर,राजस्थान/ पदम चंद जैन
डीग ( 19 नबम्बर) लठावन नगरी डीग से जड़खोर की ओर गुरूवार की सुबह राधा रानी ब्रज यात्रा में शामिल पद यात्रियों के बढ़ते कदम बलात कई जगह रुकने को विवश हुए क्यों कि ब्रजवासियों के निष्काम प्रेम और उनकी उदारता के आगे सभी यात्रीयो को नतमष्तक होने को मजबूर कर दिया। ब्रजके हर गांव में ऐसा प्रेम देखने को आज भी मिलता है कि लगता है कि प्रत्येक ब्रजवासी साक्षात श्री कृष्ण है। डीग में लोगो द्धारा यात्रियों को बड़े आग्रह से दूध जलेबी तथा अन्य कई जगह चाय नास्ते के प्रवंध ने यात्रियों को छका दिया। नाचते गाते यात्री महमदपुर पहुंचे तो एक बृद्धा मा ने अनेक व्यंजनों से सभी यात्रियो का मन जीत लिया। भोजनोपरांत नृत्य गान ने बातावरण को अलौकिकओर भक्ति मय बना दिया। वहां से चलकर यात्रियों ने प्राचीन बूढ़े बद्री मंदिर भगवान बद्रीनारायण के दर्शन किए।
राधाकांत शास्त्री ने बताया कि बूढें बद्री भगवान बद्री नाथ हैं जिन्हें श्री कृष्ण ने यहां स्वयं स्थापित किया था। अंत में जड़ खोर गुफा पर पहुंचकर पद यात्रियों ने विश्राम किया। यहीं राधाकांत शास्त्री ने यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन पर्वतों को आप देख रहे है इनको बचाने में राधारानी यात्रा की बड़ी भूमिका रही है। यात्रा में शामिल पद यात्रियों ने कई बार बड़े बड़े धरने प्रदर्शन यहां किये परंतु अभी भी ब्रज संस्कृति का संकट दूर नहीं हुआ है क्यों कि प्रशासन इस दिशा में सक्रिय दिखाई नहीं दे रहा है। पद यात्रियों ने जड़खोर पडाब स्थल पर मोके पर ही एक ट्रेक्टर ट्राली में लोगो को वन संरक्षण क्षेत्र में वन संरक्षण क्षेत्र में अबैध खनन कर पत्थर भरते हुए पकड़ा गया । यात्रियों ने यह देख कर भारी रोष व्यक्त किया और सरकार ओर जिला प्रशासन से ब्रज क्षेत्र में खनन को पूर्ण प्रतिवन्धित करने की मांग की ।