राशन डीलर डकार रहे गरीबों का हक

Aug 28, 2020 - 01:51
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राशन डीलर डकार रहे गरीबों का हक

भरतपुर,राजस्थान 
बयाना (27 अगस्त) कोरोना संकट व लाॅकडाउन के चलते बेरोजगारी बढने और प्रवासी मजदूरों सहित अन्य मजदूरों व छोटे दुकानदारों आदि के सामने रोजी रोटी का संकट खडा हो जाने की समस्या को समझते हुए सरकार की ओर से ऐसे परिवारों के लिए प्रतिमाह खाध सुरक्षा के तहत निशुल्क गेहूं व दाल आदि सामग्री का वितरण संकट की घडी में उन्हें राहत देने के लिए शुरू किया गया है। सरकार की मंशा के अनुसार कोई भूखा ना रहे ना भूखा सोए की सोच के साथ पीडित परिवारों को राहत देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। किन्तु कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई राशन डीलर सरकार के आदेशों व योजनाओं को पलीता लगाने और गरीबों व जरूरतमंदों का हक डकारने में लगे है। राशन डीलरों की मनमानी को लेकर कई बार संबंधित अधिकारीयों को शिकायत भी की गई। किन्तु सांठगांठ के चलते  ऐसे डीलरों के विरूद्ध कोई कार्रवाही नही हो पा रही है। जिससे उनके हौंसले बुलंद है। गुरूवार को भी डाॅ.अम्बेडकर स्टूडेंट फ्रंट आॅफ इंडिया के कार्यकर्ताओं व ब्रम्हबाद के ग्रामीणों आदि ने उपखंड अधिकारी सुनीलआर्य को ज्ञापन सौंपकर राशन डीलरों की मनमानी व गडबडियों की शिकायत करते हुए बताया है कि राशन डीलर उन्हें सरकार की ओर से आवंटित व निर्धारित मात्रा से काफी कम गेहूं व काफी कम दाल वितरित कर रहे है। कई जरूरतमंदों व महिलाओं से पोष मशीन पर अंगूठा लगवाकर और मशीन आॅपरेट ना होने की बात कहकर उनकी एंट्री तो कर लेते है किन्तु गेहूं और दाल नही बांटते है। गांव ब्रम्हबाद के ग्रामीणों ने भी शिकायत में बताया है कि वहां के दोनों राशन डीलर गेहूं व दाल वितरण में भारी अनियमितताऐं कर गरीबांे का हक डकार रहे है और सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे है।ज्ञापन में बताया है कि इन राशन डीलरो की पूर्व में भी कई बार शिकायत होने के बावजूद कार्रवाही नही होने से उनके हौंसले बुलंद है और शिकायत करने वाले लोगों को उनके नाम काटने की धमकी देते है।  उपखंड अधिकारी ने इस मामले में आवश्यक कार्रवाही करने का आश्वासन दिया है।

  • संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट 

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