मैं कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया बोल रहा हूं सुनकर रिसीवर हो गया कन्फ्यूज
जुलाई 2021 की बहुचर्चित वायरल खबर, एक बुजुर्ग महिला स्वस्थ्य होने पर कह चुकी है जिले को चाहिए ऐसा ही कलक्टर
दरअसल जिला कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर वापस जिला मुख्यालय लौट रहे थे।अलवर-भिवाडी मेगा हाइवे पर चिरखाना गांव के पास सड़क किनारे एक व्यक्ति लहूलुहान अवस्था में तड़प रहा था।हालांकि वहां तमाशबीन भी खड़े थे लेकिन तमाशबीन घायल को अस्पताल पहुंचाने की बजाए इधर,उधर की बातें कर एक दूसरे को बेवजह की सलाह अवश्य दे रहे थे।कलक्टर पहाड़िया भीड़ देखकर रुके और एक टेम्पो की व्यवस्था करवा कर घायल को सामान्य चिकित्सालय पहुंचवाया।कुछ देर बाद कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया भी अस्पताल पहुंच गए।घायल के पास मिली आईडी पर मिले मोबाइल नम्बर पर घायल के घर के मोबाइल पर रिंगटोन बजाई।जैसे ही मोबाइल रिसीव करने वाले के कान में आवाज आई, मैं कलक्टर पहाड़िया बोल रहा हूं।प्रभावशाली शब्द कलक्टर सुनकर रिसीवर कुछ सहमा और बोला ,हा साहब, हा साहब.......... नहीं, नहीं कोई बात नहीं है।आप सामान्य चिकित्सालय आ जाइए।दरअसल जिले के मालिक का किसी अनजान के पास अचानक फोन आने से हर कोई अचंभित हो ही जाएगा।ऐसा ही कुछ यहां रिसीवर के साथ हुआ होगा।इधर,कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया के अलवर आने से पूर्व पीएमओ सुनील चौहान को मैसेज देने के बाद भी घायल के लिए अस्पताल में इस्ट्रेचर नहीं मिलने पर कलक्टर के गनमैन ने इस्ट्रेचर ढूंढ कर घायल को ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया।इधर,कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने रास्ते में ही पुलिस कंट्रोल को दुर्धटना की सूचना दे दी थी।जिसकी बदौलत पुलिस ने ट्रक भी जब्त कर लिया।बहरहाल घायल की हालत ठीक बताई जा रही है।अफसोस लोग घायल को तड़पता अवश्य देख रहे थे लेकिन उसकी मदद करने से कतरा रहे थे।कलक्टर पहाड़िया समय पर नहीं पहुंचते तो शायद घायल के साथ कुछ भी हो सकता था....
उल्लेखनीय है कि कोविड़ 19 के पीक समय में अलवर निवासी राजू सैनी ने अपनी बुजुर्ग मां के लिए सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिलने की कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया को आधी रात को जानकारी दी थी।कलक्टर पहाड़िया ने सैनी के फोन को गंभीरता से लेकर अपने स्टाफ को तुरन्त सामान्य चिकित्सालय भेज कर राजू सैनी की माँ को कोविड़ वार्ड में भर्ती कराया था।वह वर्तमान में स्वस्थ्य है।सैनी की माँ ने उस समय राजू से कहा था,बेटा यह हमारा भाग्य है कि हमें ऐसा कलक्टर मिला है।कलक्टर की वजह से ही मैं तेरे सामने जिंदा हूं और बोल रही है।
इसके अलावा लॉक डाउन के दौरान कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया के किसी रिश्तेदार के अलवर आने पर उसे पुलिस ने पकड़ लिया था।रिश्तेदार ने पुलिस को प्रभावित करने के लिए कलक्टर का बार बार रिश्तेदार बताया लेकिन उस समय कलक्टर पहाड़िया ने पुलिस को रिश्तेदार का दोगुना चालान काटने के आदेश दिए थे।साथ ही कलक्टर पहाड़िया ने ब्लैक फंगस के दौरान भी आमजन को नीमहकीमों से दूर रहकर घर में देशी घी,शुद्ध सरसो के तेल के दीपक से बनाए गए काजल को आंखों में नहीं डालने की नसीहत देकर आमजन को जागरूक कर के भी चर्चा में रह चुके है।
- राजीव श्रीवास्तव