कृषि विज्ञान केंद्र नौगाँवा पर खेती में महिलाओं के योगदान की सराहना कर किया सम्मानित
रामगढ़ अलवर (राधेश्याम गेरा)
कृषक महिलाओं का कृषि में योगदान तथा साथ ही कृषि में पुरुषों की तुलना में महिलाएं कहीं अधिक सक्रिय हैं। फसलों के बुवाई से ले कर उनके कटाई तक सभी कार्यों मे महिलाओं की अग्रीण भूमिका हैं। भारत की खेती में महिला किसानों का कितना बड़ा रोल है, आकड़ों के हिसाब से भारतीय कृषि में महिलाओं का योगदान 32 फीसद है. दूसरी ओर, खेती की मजदूरी में 42 फीसद महिलाओं का योगदान है, लेकिन दो फीसद से भी कम महिलाओं के पास खेती की जमीन पर मालिकाना हक है। कृषि विज्ञान केंद्र , नौगाँवा ने महिला किसानों के कृषि में योगदान की सराहना करने हेतु जिले के महिलाओं को केंद्र पर सम्मानित किया और साथ ही महिलाओं के कार्यों की उलेखनिय योगदान हेतु धन्यवाद दिया गया ।
केंद्र से कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुभाष चंद यादव,वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने किया और सभी का स्वागत करते हुए कहा की महिला किसान हैं, कृषि का आधार। बिना महिलाओं के योगदान के कृषि को सोचा ही नहीं जा सकता हैं । कार्यक्रम का संचालन और प्रबंधन डॉ पूनम प्रजापति , प्रसार शिक्षा विशेषज्ञ ने किया । केंद्र के वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता पुष्कर देव एवं कमलेश कुमार यादव भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मिलेट्स वर्ष 2023 मे महिलाओं को श्री अन्न के महत्त्व और पोषण संबंधी विशेषताओं से अवगत कराया और महिलाओं को प्रेरणा हेतु सफल महिला कृषकों की छत कहानी के विडिओ दिखाए । महिला कृषकों ने केंद्र के सभी प्रदर्शन इकाइयों का भ्रमण किया। कार्यक्रम में 66 महिलाओं की कार्यक्रम में भागीदारी रही।