बेसहारा महिलाओं का सहारा बना सखी सेंटर
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) अजमेर चौराहे पर दो बेसहारा महिलाओं को रोता देख एक व्यक्तिव द्वारा फोन पर सखी सेंटर को सूचना दी,जिस पर सखी सेंटर केंद्र प्रबंधक गरिमा सिंह परिहार व परामर्शदाता सुरेखा बाफना मौके पर पहुंचे। जहां दोनों महिलाये मिली व महिला के साथ 2 वर्षीय बालक भी था। एक महिला ने बताया कि वह शाहपुरा से हैं। वह पति द्वारा मारपीट कर घर से बाहर निकाल दी गई है। इस कारण वह शाहपुरा से बस में बैठकर भीलवाड़ा आ गई है।उसके कोई रहने का कुछ सहारा नहीं है। न हीं उसके पास पैसे हैं। जिससे वह अपने पीहर जा सके। वही दूसरी महिला ने बताया कि उसका पति शराब पीकर उसके साथ आए दिन मारपीट करता है। पति और वह भट्टे पर मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे थे। अनुशासन पखवाड़ा लगने के कारण भट्टे पर कार्य बंद होने से उसका पति शराब पीकर उसके साथ दिनभर मारपीट करता था।2 दिन पहले उसके पति ने शराब पीकर मारपीट की और वह उसे और बच्चे को छोड़कर कहीं चला गया। महिला का यहां पर कोइ सहारा नहीं होने के कारण वह अपने पीहर जाना चाहती है। परंतु उसके पास पैसे नही होने के कारण वहां भीलवाड़ा आ गई। और ना ही उसके पास अपने पति का मोबाइल नंबर है। उस महिला के साथ 2 वर्षीय बालक भी है। जिससे वह अपने साथ अपने पीहर बिहार जाना चाहते हैं। जिस पर सुभाष नगर थाने में रोज नामचा दर्ज कर अगली कार्यवाही होने तक सखी सेंटर पर सुरक्षित आश्रय प्रदान किया गया।