सरपंच की दबंगई के चलते पांच साल से पेयजल के लिये भटकने को मजबूर ग्रामीण
ग्रामीणों ने सरपंच पर चालू हैडपम्प से पाइप लाइन ले जाने का लगाया आरोप, पांच साल के कार्यकाल में सरपंच ने नहीं लगाई एक ईंट भी
मुडावर,अलवर
मुडावर। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में आमजन को मूलभूत सुविधाये उपलब्ध कराने के लिये विभिन्न योजनाओ के माध्यम से लाखों करोड़ो रूपये खर्च कर रही है, इन योजनाओ का लाभ आमजन तक पहुंचाने का दायित्व ग्राम पंचायत सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी का होता है,इसलिए पंचायती राज को लोकतंत्र की मजबूत व पहली सीढ़ी माना गया है, लेकिन सरपंच व ग्राम विकास अधिकारियों की जुगलबंदी व दबंगई के कारण आज भी केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की योजनाएँ धरातल पर दम तोड़ती नजऱ आ रही है। ऐसा ही नजारा अलवर जिले की मुण्डावर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पेहल में देखने को मिला है। विभागीय अधिकारियों व जनप्रीतिनिधियों की अनदेखी से परेशान होकर इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों व सरकार तक पहुंचाने के लिये पेहल गॉव के कुछ ग्रामीणों ने पत्रकारों को ग्राम पंचायत पेहल बुलाकर अपना दर्द बयां करते हुए बताया की ग्राम पंचायत पेहल के वार्ड नंबर 10 में स्थित मक्खन लाल इंद्राज गुर्जर की ढाणी निवासी इंद्राज गुर्जर,पूरणमल गुर्जर,शिम्भू दयाल,अशोक कुमार,भौरी देवी,धल्लो देवी,माया देवी,केशन्ता,कौशल्या देवी,बिरमा देवी,सुमरती देवी,शंता देवी,आदि ने अपना दर्द बयां करते हुये बताया कि ग्राम पंचायत पेहल के सरपंच ओमप्रकाश यादव ने अपने कार्यकाल वर्ष 2006 में मक्खन लाल इंद्राज गुर्जर की ढाणी में जल आपूर्ति के लिये ग्राम पंचायत योजना एस.एफ .सी.- टी.एफ .सी. के तहत एक हैडपम्प लगवाया गया था।
जिसमे पानी की मात्रा भी पर्याप्त थी,जिससे लोगो को पीने का पानी मिल रहा था। सरपंच ओमप्रकाश यादव का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद 2010 में नवनिर्वाचित सरपंच धर्म सिंह चौधरी के पांच साल के कार्यकाल में भी हैडपम्प पर्याप्त मात्रा में पानी दे रहा था। इसके बाद वर्ष 2015 में पुनः सरपंच ओमप्रकाश यादव की पुत्रवधु सरिता यादव ने सरपंच प्रत्याशी का चुनाव जीत कर ग्राम पंचायत पेहल का कार्यभार सभाल लिया। कार्यभार सभांल ने के करीब दो महा बाद ही सरपंच सरिता यादव व उनके जनप्रतिनिधि पूर्व सरपंच ओमप्रकाश यादव ने मक्खन लाल इंद्राज गुर्जर की ढाणी में स्थित हैडपम्प पर अपने आदमी भेज कर चालू हैडपम्प से पूरी पाईप लाइन निकलवाली। ढाणी के लोगो ने इसका विरोध किया तो सरपंच सरिता यादव व सरपंच प्रतिनिधि पूर्व सरपंच ओमप्रकाश यादव द्वारा आश्वासन दिया गया कि इसमें सिंगल फेस की मोटर लगवानी है इसलिये हैडपम्प से पाइप निकाले है। हैडपम्प से पाइप निकालकर ले जाने के बाद सरपंच सरिता यादव व सरपंच जनप्रतिनिधि ओमप्रकाश यादव पूर्व सरपंच ने मोटर लगवाना तो दूर ढाणी के लोगो की तरफ झांकर भी नहीं देखा। जब ढाणी के लोग एक -एक बूंद पानी के लिये तरसने लगे तो उन्होने स्व. विधायक धर्मपाल चौधरी मुंडावर व बीडीओ से जाके मिले और उनको लिखित में ज्ञापन देकर उनके समक्ष गुहार लगाई, की साहब हम ढाणी के लोग सरपंच की दबंगई का दंश झले रहे है। सरपंच ने हमारे चालू हैडपम्प से पाइप निकाल कर प्यासा मरने के लिये छोड़ दिया है। अतः श्रीमान से निवेदन है कि हमारी ढाणी में जिस हैडपम्प से पाइप लाइन निकाली थी उसे पुनः चालू करवाया जाये। लेकिन वर्ष 2015 से 2020 आज तक स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। ढाणी के लोगों ने मांग करते हुये कहाँ कि सरिता यादव को हमने वोट देकर सरपंच बनाया था लेकिन उसी सरपंच ने हमें प्यासा मरने के लिये बेबस छोड़ दिया। सरपंच सरिता यादव ने अपने पांच साल के कार्यकाल में हमारी ढाणी में विकास करना तो दूर की बात पांच साल में एक ईंट तक नहीं लगाईं है।ढाणी के लोगों ने मांग करते हुये कहा की अगर जल्द ही पानी की समस्या का निराकरण व सरपंच के खिलाफ विभागीय जाँच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। जब इस संदर्भ में मुण्डावर बीडीओ रोबिन सिंह चौहान से बात करनी चाही तो उन्होने फ़ोन उठाना भी उचित नहीं समझा एक बार नहीं अनेक बार उनके पास फ़ोन किया घण्टी बजती रही लेकिन विकास अधिकारी की और से कोई जवाब नहीं मिला।
इनका कहना है :-
जब इस संदर्भ में सरपंच सरिता यादव के जनप्रतिनिधि ओमप्रकाश यादव पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत पेहल से बात की गई तो उन्होने बताया की वर्ष 2006 में ग्राम पंचायत योजना के तहत मक्खन लाल इंद्राज गुर्जर की ढाणी में मेरे द्वारा हैडपम्प लगवाया गया था,बोरिंग सूख जाने के कारण करीब चार साल पहले मेरी व ग्राम विकास अधिकारी दिनेश की सहम…
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संवाददाता श्याम नूरनगर की रिपोर्ट