एसडीएम ने किया अस्पताल का औचक निरीक्षण , मिले गंदगी से बुरे हालात डॉक्टर अनुपस्थित
एसडीएम बिजेंद्र मीणा ने बीसीएमओ डॉ मयंक शर्मा व तहसीलदार प्रकाश मीणा को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक सप्ताह दोनों अस्पतालों का निरीक्षण करें व यहां व्याप्त अव्यवस्थाओं में सुधार लाएं। अस्पतालों में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नही की जाएगी। मरीजों को बेहतर सुविधाएं देना प्राथमिकता हैं
सीकरी भरतपुर
राजस्थान सरकार जहां कोरोंना संक्रमण को रोकने को लेकर जहां एक मुहिम मे लगी हुई है वही राजस्थान सरकार के कर्मचारी सफाई व्यवस्था के प्रति उदासीन नजर आ रहे है ओर यह बात ओर भी संवेदनशील तब हो जाती है जब गंदगी का आलम स्वस्थय केंद्र मे हो यही हाल भरतपुर जिले की सिकरी अस्पताल मे देखने को मिला जहां एसडीएम बिजेंद्र मीणा ने रविवार को सीकरी व गुलपाड़ा के अस्पतालों का निरीक्षण किया
रविवार को एसडीएम बिजेंद्र मीणा अचानक सीकरी अस्पताल पहुचे और यहां प्रत्येक वार्ड ,कमरो का निरीक्षण किया। जहां सभी जगह गंदगी से बुरे हालात मिले। पूरे अस्पताल में गंदगी का आलम बना हुआ है। विशेषकर लेबर रूम में इतनी गंदगी मिलना दुर्भाग्य पूर्ण है। पूरे अस्पताल परिसर में जाले छाए हुए हैं। सरकार यहां सफाई के लिए अलग से प्रतिमाह 30 हजार खर्च करती है।
सीकरी अस्पताल में व्याप्त भारी गंदगी देख एसडीएम गुस्सा हो गए व चिकित्सालय प्रभारी डॉ महावीर गुर्जर से नाराजगी जताई। इसके अलावा गुलपाड़ा पीएचसी पर तैनात डॉ विवेक सिंह के अनुपस्थित मिलने पर भी नाराजगी जताई और उन्हें नोटिस देने के निर्देश दिए।
चिकित्सालय प्रभारी इस ओर बिल्कुल ध्यान नही दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे गंदगी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। लेकिन यहां हालात बिल्कुल विपरीत हैं। उन्होंने मौके पर ही सफाई ठेकेदार को बुलाया और चेतावनी दी कि यदि अगले तीन दिन में यहां के हालात नही सुधरे तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने तहसीलदार प्रकाश मीणा को तीन दिन बाद अस्पताल का निरीक्षण कर उन्हें रिपोर्ट सौपने के निर्देश भी दिए। इसके बाद वे गुलपाड़ा पीएचसी पहुंचे तो यहां तैनात एक मात्र चिकित्सक डॉ विवेक सिंह अनुपस्थित मिले।