बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित ट्रॉमा सेंटर एवं अस्पताल सहित तीन निजी क्लिनिको को किया सील
मुंडावर (अलवर,राजस्थान) अलवर जिला प्रशासन के निर्देशानुसार एसडीएम रामसिंह राजावत के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व प्रशासन की टीम ने हरसौली रोड पर अलिबख़्स पेनोरमा के पास संचालित कृष्णा हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर के संचालन के वैद्य दस्तावेज नहीं मिलने पर इसे सील कर दिया, साथ ही दो अन्य निजी क्लिनिकों को भी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए सीज कर दिया। उपखण्ड प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से क्षेत्र में बड़ी संख्या में संचालित झोलाछाप डॉक्टरों में खलबली मच गई।
एसडीएम रामसिंह राजावत ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार कोरोना महामारी में जिले में संचालित झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, साथ ही कुछ दिनों से क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की शिकायतें भी मिल रही थी, इस पर शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए ब्लॉक सीएमओ डॉ. प्रवीण धानिया, तहसीलदार रोहिताश्व पारीक, नायब तहसीलदार विवेक कटारिया, थानाधिकारी लक्ष्मीकांत शर्मा सहित प्रशासन व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम कस्बे में हरसौली रोड़ पर अलिबख़्स पेनोरमा के पास संचालित कृष्णा हॉस्पिटल व मल्टी स्पेशलिटी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और अस्पताल संचालक से उन्होंने रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछताछ की, लेकिन उन्हें रजिस्ट्रेशन संबंधी कोई दस्तावेज नहीं दिखाया गया। चिकित्सालय का ओपीडी रजिस्टर व अन्य दस्तावेज भी चेक किए। इस दौरान अस्पताल संचालन के वैद्य दस्तावेज नहीं मिलने पर अस्पताल को सीज कर दिया गया, साथ ही अन्य दो क्लिनिकों को भी वैद्य दस्तावेज नहीं मिलने के कारण सीज कर दिया गया। उपखण्ड प्रशासन की ओर से अचानक हुई कार्रवाई से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संचालित झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया और अपनी अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए। एसडीएम ने बताया कि अस्पताल संचालक सहित सीज किये गए तीनों संचालक मौके से फरार हो गए, इन्हें वैद्य दस्तावेज प्रस्तुत करने संबंधी तीन दिन का नोटिस भेज दिया गया है, यदि नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
लोगों ने बताया कि हरसौली रोड स्थित कृष्णा हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर करीब छः माह पहले ही खुला था, जो कि ब्लॉक सीएमओ कार्यालय से करीब दो सौ मीटर दूरी पर ही संचालित था, जहां पर आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, इसीजी सहित अन्य कई सुविधाएं मरीजों के लिए होने के बड़े बड़े होर्डिंग्स लगाए हुए थे।
क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संचालित ये झोलाछाप बिना डिग्री और डिप्लोमा के ही लोगों का इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के समय भी यह बाज नहीं आ रहे हैं। यह न तो अपनी सुरक्षा कर रहे हैं और न ही इलाज कराने वाले लोगों की। इलाज करने के दौरान चाहे किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित मरीज हो, सबका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की अनदेखी के कारण यह झोलाछाप पूरा फायदा उठा रहे हैं। रोजाना सैकड़ों की संख्या में इनके द्वारा मरीज देखे जा रहे हैं। यह झोलाछाप चिकित्सक एक के बाद एक मरीजों को देख रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण कभी भी तेजी से फैल सकता है।
- रिपोर्ट- चरणसिंह चौधरी