प्रदेश मे अचानक बदला मौसम का मिजाज, गिरे ओले, तापमान मे गिरावट से बढ़ी ठंड
आज सोमवार को जयपुर एयरपोर्ट पर तेज बारिश के चलते इंडिगो की 2 फ्लाइट्स की नहीं हो पा रही लैंडिंग, हैदराबाद से जयपुर आई फ्लाइट 6E-998 नहीं हो पा रही लैंड, कोलकाता से आई फ्लाइट 6E-449 की भी नहीं हो रही लैंडिंग, पिछले आधे घंटे से दोनों फ्लाइट आसमान में लगा रही चक्कर
जयपुर,राजस्थान/ डेस्क रिपोर्ट
दीपावली के बाद लोग जहां गोवर्धन पूजा की तैयारी मे लगे हुए थे वही राज्य के अनेक शहरो सहित गुलाबी नगरी जयपुर का मौसम भी बदल गया। रविवार दोपहर से ही आसमान मे काले बादल छाए रहे रहे राजस्थान के कोटा, बारां, भरतपुर, अलवर, झुंझनूं, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, धौलपुर तथा हनुमानगढ़, चूरू, श्रीगंगानगर सहित जयपुर शहर के दुर्गापुरा, मालवीयनगर, सोडाला, सहकार मार्ग, बाइस गोदाम, सी स्कीम सिविल लाइंस ,एमआई रोड, आगरा रोड और किशनपोल सहित अनेक हिस्सों में चने के आकार तो काही बड़े आकार के गिरने शुरू हो गए। किशनपोल इलाके मे तो तेज हवा के चलते दीपावली पर लगाया गया सजावटी गेट गिर गया। जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। 10-15 मिनट जमकर ओले गिरे। जिससे गुलाबी नगरी जयपुर ओले गिरने से बर्फ नगरी बन गई 15 मिनट तक गिरे ओलो से सड़कों, घरों के आंगन और छत पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। मौसम में घुली इस गुलाबी ठंड को लोगों ने जमकर एंज्वाय किया।
मौसम विभाग अधिकारी का कहना है कि सर्दियों के सीजन में अक्सर पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा बनते हैं। जब उपरी वातावरण में पश्चिमी से पूर्व की ओर हवाएं चलती हैं उनमें डिस्टरबेंस यानी एंटीक्लॉक वाइज होती तो उससे एक ट्रफ बनता है और इसी कारण बारिश, ओलावृष्टि जैसी मौसमी गतिविधियां होती हैं इससे न्यूनतम तापमान 3—4 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है| मौसम विभाग के 20 नवंबर तक आसमान साफ रहने की संभावना जताई है तक राज्य में कहीं भी बारिश के असार नहीं हैं
राजस्थान में रविवार को अचानक मौसम के बदलने से हुई बारिश से मौसम में ठंड भी बढ़ गई। जानकारों का कहना है कि मावठ यानी हल्की बारिश फसलों के लिए अच्छी है। इस समय गेहूं, चने और सरसों की फसल के लिए मावठ अच्छी है, लेकिन ओलों से फसलों को नुकसान है।
बदलाव के साथ अब आप भी अलर्ट हो जाए, क्योंकि अब इस बदलाव के साथ ही बढने लगेगी मौसमी बीमारियां