भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले की जयंती हर्षोल्लास से मनाई
गुरला /भीलवाड़ा / बद्री लाल माली
भीलवाड़ा:- भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले की 190 वीं जयंती फूले सेवा संस्थान के तत्वावधान में जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इसी कड़ी में जिला मुख्यालय स्थित महात्मा ज्योतिबा फूले मूर्ति परिसर में सावित्री बाई फूले के चित्र के समक्ष पुष्पाजंली अर्पित कर प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते हुए फूले के अनुयायियों ने सावित्री बाई फूले को नमन कर उनके द्वारा बताये गये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले की जयंती के अवसर पर पुष्पाजंली कार्यक्रम के तत्पश्चात् आज के दौर में कितनी प्रासंगिक है सावित्री बाई फूले पर व्याख्यान माला भी आयोजित की गई। इस अवसर पर फूले सेवा संस्थान के अध्यक्ष गोपाल लाल माली ने सावित्री बाई फूले द्वारा किये गये कार्याें की महत्ता बताते हुए कहा कि शिक्षा समाज की धुरी है कोई भी समाज शिक्षा के माध्यम से न केवल प्रगति पर आगे बढ़ सकता है। अपितु देश के भीतर आमूलचूल परिवर्तन भी ला सकता है। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फूले इसका अनुकरणीय उदाहरण है। सभी महिलाओं को उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि सावित्री बाई फूले देश की पहली महिला अध्यापिका व नारी मुक्ति आंदोलन की पहली नेता थी। लेकिन एक ऐसी महिला जिन्होंने उन्नीसवीं सदी में छुआ-छूत, सतीप्रथा बाल-विवाह, तथा विधवा-विवाह निषेध जैसी कुरीतियां के विरूद्ध अपने पति महात्मा ज्योतिबा फूले के साथ मिलकर काम किया पर उसे आज हिंदुस्तान ने भुला दिया। ऐसी महिला को हमारा शत-२ नमन
समारोह में माली समाज के अध्यक्ष बंशीलाल माली व माली सैनी युवा महासभा के जिलाध्यक्ष हरनारायण माली ने सावित्री बाई फूले की शिक्षाओं को जीवन में उतार कर एवं उन पर अमल करने पर जोर दिया तथा शिक्षा क्षेत्र में हालही हो रहे आमूलचूल परिवर्तनों को भी अपनाने की बात कही।
कार्यक्रम के पूर्व फूले के अनुयायियों ने सावित्री बाई फूले एवं महात्मा ज्योतिबा फूले की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सजदा किया। इस अवसर पर युवा महासभा के शहर अध्यक्ष देबीलाल माली भैरू माली नानूराम गोयल शंकरलाल श्रीमती सुनिता शर्मा श्रीमती जया चंदेल अंजली शर्मा मेघा जैन मोहन बुलिवाल मुरली सैनी लक्ष्मण सरिवाल भैरूलाल खोईवाल देबीलाल जगदीश चंद्र माली सीताराम सम्पत बुलिवाल राामचन्द्र मून्दड़ा प्रकाश तुन्दवाल गणपत माली सहित अनेक लोग उपस्थित थे।