घूसखोर डॉक्टर को 12 घंटे में ही छोड़ा, ट्रैप ऑफिसर-हमने गिरफ्तार ही नहीं किया, डीजी-जमानत पर छोड़ा
भरतपुर (राजस्थान/ रामचंद सैनी) एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए डॉक्टर डॉ. अनिल गुप्ता को ऊंचे रसूखात के चलते 12 घंटों में ही छोड़ दिया। अब एसीबी की सफाई ही उसके गुनाह की गवाही दे रही है। कार्यवाही करने वाली एसीबी टीम के अधिकारी डॉक्टर की तबियत खराब होने पर घर भेजने की सफाई दे रहे हैं।
जबकि डीजी बी.एल.सोनी कह रहे हैं कि कोरोना के चलते ट्रेप होने पर डॉक्टरों को एसीबी ने ही जमानत पर छोड़ना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा कानूनी तौर पर संभव ही नहीं है। शहर में यह चर्चा है कि उन्हें चिकित्सा राज्य मत्री की सिफारिश पर एसीबी ने छोड़ा। इधर, डॉ. गर्ग का कहना है कि डॉ. अनिल गुप्ता से मेरा कोई सीधा संबंध नहीं है। एसीबी ने उसे छोड़ दिया है। यह मेरे मानने में ही नहीं आता। यदि किसी के पास सबूत है तो वह उसे सार्वजनिक करे।