गोरधा उप-स्वास्थ्य केन्द्र की बिल्डिंग जर्जर, पिछले डेढ़ साल से भवन पडा हैं बन्द
एएनएम ग्राम पंचायत कि पुरानी बिल्डिंग के एक छोटे कमरे में बैठकर दे रही है सेवा
सावर (भीलवाड़ा,राजस्थान/ बृजेश शर्मा /दिलखुश मीणा) राजस्थान की सरकार चिकित्सा सेवाओं को लेकर हमेशा बड़े बड़े दावे करती रहती है लेकिन यह दावे अजमेर जिले के केकड़ी विधानसभा क्षेत्र कि गोरधा ग्रांम पंचायत में विफल होते दिख दे रहे हैं । गोरधा पंचायत मुख्यालय में बने हुए उप-स्वास्थ्य केन्द्र कि हालत बद से बद्तर हो गई है । उप-स्वास्थ्य केन्द्र में छत कि पट्टीया टुट चुकी, केन्द्र के भवन का नीचे का फर्श टुटकर बड़े बड़े गड्ढे बन चुके हैं । उप-स्वास्थ्य केन्द्र में बरसात से बिल्डिंग में सीलन आने से अब दिवार खलने लग गई है । उप-स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत महिला स्टाफ ने जर्जर हालत के कारण डेढ़ वर्ष पूर्व ही हादसे की आशंका के डर से वहां से मेडिसिन और चिकित्सा के छोटे उपकरण ग्राम पंचायत कार्यालय के पुराने भवन के बाहर बने एक छोटे-से कमरे में शिफ्ट कर दिये है । और वहां से ही महिला एएनएम सेवा दे रही है।
लेकिन ग्राम पंचायत के छोटे से 5 पट्टी के उस कमरे में किस प्रकार से चिकित्सा सुविधाएं मिल सकती है उसका ऐवरेज आप भी लगा सकते हो । उस छोटे से कमरे में आखिर मरीज को बिठाये या स्वयं महिला एएनएम बैठे या फिर मेडिसिन और चिकित्सा उपकरण रखें । और वहां पर महिला डिलेवरी तो किसी भी हालत में नहीं हो सकती है । कहीं दफा गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के समय वहां पर भीड़ बढ़ जाती है जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को भी कड़ी धूप में कमरे के बाहर नीचे ही बैठना पड़ता है । जिस के कारण बड़ा हादसा होने का भय बनने लगा है । लेकिन इतने बड़े बैठने के संकट के बावजूद भी महिला एएनएम सेवा दे रही है । इस बारे में हजार दफा ग्रामीण चिकित्सा विभाग सहित जनप्रतिनिधियो को इस उप-स्वास्थ्य केन्द्र को दुरुस्त करवाने कि गुहार लगा चुके है । परन्तु चिकित्सा विभाग अबतक टस से मस नहीं हुआ है । बेसुध पड़े हुए इस भवन को आज दिन तक कोई भी प्रतिनिधि ठिक नहीं करवाया पाया है । जिससे चिकित्सा विभाग के प्रति ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है । वही कोरोना काल में भी कोविड वैक्सीनेशन का कार्य ग्राम पंचायत कि भवन में ही करना पड़ रहा है । ग्रामीणों कि मांग है कि गोरधा ग्रांम पंचायत मुख्यालय पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाऐ ।