देवशयनी एकादशी पर सिकराय में सजा खाटू श्याम का दरबार
सिकराय (दौसा,राजस्थान/ दिनेश सैहणा) देवशयनी एकादशी पर श्याम परिवार सिकराय के सदस्यों ने बाबा खाटू श्याम का भव्य दरबार सजाया जिसके बाद बाहर से आए हुए कलाकारों ने बाबा श्याम के भजनों की प्रस्तुति दी और बाबा श्याम की लीला के बारे में बताया भजनों की प्रस्तुति में सबसे पहले बाबा की ज्योत जलाई जिसके बाद पूजा अर्चना कर बाबा के भजनों की प्रस्तुति दी गई बाहर से आए कलाकार में प्रेम तंवर, पुरुषोत्तम बृजवासी, कमलेश आभानेरी आदि कलाकारों ने रंगारंग बाबा के भजनों की प्रस्तुति दी इस पर महिलाओं ने जमकर नृत्य किया श्याम परिवार के सदस्यों मैं हरिराम प्रजापत, पंकज खंडेलवाल, उमेश जांगिड़, विनोद गीजगढ़, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे
कमलेश आभानेरी ने बताया कि खाटू श्याम को भगवान श्री कृष्ण के कलयुगी अवतार के रूप में जाना जाता है। ऐसा कहे जाने के पीछे एक पौराणिक कथा हाथ है। राजस्थान के सीकर जिले में इनका भव्य मंदिर स्थित जहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। लोगों का विश्वास है कि बाबा श्याम सभी की मुरादें पूरी करते हैं और रंक को भी राजा बना सकते हैं।
कौन हैं बाबा खाटू श्याम:- बाबा खाटू श्याम का संबंध महाभारत काल से माना जाता है। यह पांडुपुत्र भीम के पौत्र थे। ऐसी कथा है कि खाटू श्याम की अपार शक्ति और क्षमता से प्रभावित होकर श्रीकृष्ण ने इन्हें कलियुग में अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया।
हर साल लगता है खाटूश्याम मेला:- प्रत्येक वर्ष होली के दौरान खाटू श्यामजी का मेला लगता है। इस मेले में देश-विदेश से भक्तजन बाबा खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में भक्तों की गहरी आस्था है। बाबा श्याम, हारे का सहारा, लखदातार, खाटूश्याम जी, मोर्विनंदन, खाटू का नरेश और शीश का दानी इन सभी नामों से खाटू श्याम को उनके भक्त पुकारते हैं। खाटूश्याम जी मेले का आकर्षण यहां होने वाली मानव सेवा भी है। बड़े से बड़े घराने के लोग आम आदमी की तरह यहां आकर श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं। कहा जाता है ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
खाटूश्याम जी के चमत्कार:- भक्तों की इस मंदिर में इतनी आस्था है कि वह अपने सुखों का श्रेय उन्हीं को देते हैं। भक्त बताते हैं कि बाबा खाटू श्याम सभी की मुरादें पूरी करते हैं। खाटूधाम में आस लगाने वालों की झोली बाबा खाली नहीं रखते हैं।