जय जवान जय किसान का नारा देने वाली सरकार किसान के आगे खाद आपूर्ति में फेल
:-किसान के लिए खाद बना संजीवनी बूटी-: किसान से राम और राज्य दोनों रूठे राम की तरफ से पानी की किल्लत , कोरोना, मौसमी बीमारी ,राज की तरफ से खाद की किल्लत :-किसान अपने परिवार से सूर्य उदय से पूर्व ऐसे निकलता है जैसे हनुमान संजीवनी बूटी ले करके वापस लौटेगा खाद की किल्लत ने किसानों के सामने मुसीवत कि पैदा :-खाद की तलाश में घरों से सुबह ही निकल जाते है किसान :-घंटों लाइन में खड़ा होने के बाद भी नसीब नहीं हो रहा खाद :-किसानों ने कहा खाद नहीं मिला तो हम हो जायेंगे बर्बाद
लक्ष्मणगढ़ अलवर (गिर्राज प्रसाद सोलंकी)
अलवर जिले सहित लक्ष्मणगढ़ में खाद की किल्लत इस समय देखने को मिल रही है जिसकी वजह से किसान चिंतित है क्योंकि रवि फसल की बुवाई शुरू हो रही है लेकिन बुवाई से पहले खाद बेहद महत्वपूर्ण होता है और खाद के बगैर फसल पैदा नहीं हो सकती इसलिए खाद के इंतजार में किसान मोबाइलों के जरिए फोन कर कर के इधर उधर जानकारी लेते हैं की खाद कहां पर आया है जहां पर खाद आने की सूचना होती है वही भाग छूटते हैं इन दिनों किसानों को ना नहाने की चिंता ना चाय की फिक्र सुबह से ही अपना खाना लेकर दुकानों पर पहुंच जाते हैं और लाइन में खड़े हो जाते हैं लेकिन उसके बावजूद भी खाद नहीं मिलने से उनको निराशा ही मिलती है और और खाद भी मिल रहा है तो किमत से अधिक मूल्य कहीं तो वो भी नहीं निराशा के साथ उनको घर वापस आना पड़ता है | किसान के घर में वापसी की उम्मीद इस तरह होती है परिवार जन ऐसा देखता है जैसे कि हनुमान संजीवनी बूटी लेकर आएगा।
जिले के किसान वर्तमान में सरसों की फसल बुवाई के लिए डीएपी की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं। इधर लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के मंजप्ता भैरपुरी हसनपुर सहित अनेक गांव के किसानों से जानकारी चाही तो किसानों का साफ तौर से कहना है कि इन दिनों सरकार बिल्कुल फेल है जो सरकार बिजली खाद डीजल पानी देने में ही फेल है फिर कैसे राज चलाएगी गहलोत सरकार राजस्थान में इन दिनों किसान की सुनवाई ना कर रही है इसलिए सरकार फेल है। इधर अधिकारियों का कहना है कि देशभर में डीएपी की कमी को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा कृषकों को सलाह दी है कि डीएपी के वैकल्पिक प्रयोग के रूप में तीन बैग सिंगल सुपर फाॅस्फेट एवं एक बैग यूरिया के मिश्रण का उपयोग कृषक कर बेहतर उर्वरक क्षमता प्राप्त कर सकते हैं । इस वैकल्पिक उर्वरक की दरें भी डीएपी की दर से कम है । जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार को डीएपी की डिमांड एवं सप्लाई के अंतर के बारे में अवगत करा दिया गया है एवं समस्या के जल्द समाधान की उम्मीद है।
इनका क्या कहना:-- इस समय चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त होने के कारण कुछ कह नहीं सकता जैसे ही चुनावी प्रक्रिया से फ्री होते हैं तो किसानों के लिए खाद के बारे में सोचा जाएगा ।
लाखन सिंह
उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़ अलवर
किसानों की समस्या को लेकर मैं खुद चिंतित हूं आज किसान को डीएपी खाद की अति आवश्यकता है मैं किसान का बेटा हूं इसलिए मैं समस्या से वाकिफ हूं और मेरा प्रयास पूरा कर रहा हूं अभी अभी मैंने डायरेक्टर एग्रीकल्चर डायरेक्टर से वार्तालाप की है कल भी कृषि मंत्री से धरने में बातचीत हुई है डीएपी के सरकारी समितियों में खाद पहुंचाने की मैंने बातचीत की और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द प्रत्येक सहकारी समितियों में एक-एक गाड़ी भिजवाई जाएगी आजकल में ही खाद क्षेत्र के अंदर आ जाएगा ऐसी उम्मीद है।
जौहरी लाल मीणा
विधायक राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र