प्रसिद्ध संत योगानंद सरस्वती उर्फ उड़िया बाबा के देवलोकगमन पर कस्बे में निकाली गई भव्य अंतिम यात्रा, उमड़ा जनसैलाब
ड्रोन से की गई पुष्प वर्षा, बाबा को बगीची में समाधि
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग कस्बे के कामां गेट पर बरई रोड स्थित प्राचीन स्थान बाबा प्रीतम दास की बगीची के महंत बाबा योगानंद सरस्वती उड़िया बाबा का उनके पैतृक गांव बालासोर उड़ीसा में मंगलवार को गौ लोक गमन हो गया । योगानंद सरस्वती उड़िया बाबा के शव को ड़ीग लाकर गुरुवार को प्रीतमदास की बगीची पर पंचामृत छिड़क कर विधि विधान और मंत्रोच्चार के साथ समाधि दी गयी । इससे पहले एक खुले ट्रक में उनके पार्थिब शरीर को रखकर कस्बे के प्रमुख मार्गों से होकर गाजे बाजे के साथ योगानंद सरस्वती उर्फ उड़िया बाबा की शव यात्रा निकाली गई । इस दौरान विभिन्न स्थानों से साधु संत व बड़ी संख्या में कस्बेवासी शव यात्रा में शामिल हुए । इस दौरान कस्बे के मुख्य बाजार में तोरण द्धार वनाये गए लोगो ने उनकी ट्रक में रखी उनकी देह पर फूलमालाए चढ़ाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की समूचे कैसे में निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान कस्बे के लोगों के साथ साथ आकाश से ड्रोन के द्वारा पुष्प वर्षा की गई । ड़ीग कस्बे की बरई रोड़ स्थित प्रीतम दास की बगीची पर उड़िया बाबा सन 1981 में पधारे थे । उन्होंने अपने 40 वर्ष के कार्यकाल में बगीची नवीन निर्माणों के साथ अनेकों कार्यक्रम किये थे जो चिरस्मयी हैं । उनके कार्यकाल में बगीची पर सभी साथियों को और ब्रज चौरासी कोस की परिक्रमा देने वाले परिक्रमार्थीओ के भोजन और ठहरने की व्यवस्था जारी रही । उड़िया बाबा की शव यात्रा में विशाल जन समुदाय के मद्देनजर पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा ।