बहरोड़, शाहजहाॅपुर, नीमराना सहित आस-पास के क्षेत्र में ताउते तूफान का दिखा असर
बहरोड (अलवर, राजस्थान/ योगेश शर्मा) मंगलवार देर रात से बहरोड़, शाहजहाॅपुर, नीमराना़ सहित आस-पास के क्षेत्र में ताउते तूफान का असर दिखाई दिया। मंगलवार रात से क्षेत्र में हो रही रिमझिम हल्के से मध्यम वर्ग की बारिश से मौसम में ठंडक घूल गई। वहीं लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ा। सड़कों के गड्डों में बरसाती पानी भर गया। चक्रवाती ताउते का असर मंगलवार रात से ही बहरोड़, शाहजहाॅपुर, नीमराना़ सहित आस-पास के क्षेत्र में भी दिखाई दिया। आपको बता दे कि बहरोड़ सहित आस-पास के क्षेत्र में मंगलवार देर रात से बूंदाबांदी का दौर सिललिसा शुरू हो गया था जो बुधवार शाम को भी चलता रहा। बुधवार को दिनभर सूर्यदेव बादलों के पीछे छिपे रहने से तेज किरणों धरती पर नहीं पड़ी। बे मौसम बारिश के साथ हवा के कारण मौसम में ठंडक घुल गई। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ शाहजहाॅपुर बोर्डर पर डटे हुए किसानों की बेमौसम बारिश ने मुश्किलें बढा दी।
ताउते चक्रवात के प्रभाव के चलते मंगलवार देर रात से लगातार हो रही बेमौसम रिमझिम बारिश ने कृषि कानूनों के खिलाफ शाहजहाॅपुर बोर्डर पर डटे हुए किसानों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते उनके तम्बुओं में पानी भर गया। जिससे ईंधन, कपड़े आदि सामन भीग गया। आपको बता दें कि शाहजहाॅपुर बोर्डर पर लगभग 158 दिन से कृषि कानूनों के खिलाफ किसान तम्बू लगाकर धरने पर बैठे हुए हैं। मंगलवार रात से हो रही बारिश ने उनकी मुश्किलों को और अधिक बढा दिया। लगातार बारिश के चलते किसानों को बार-बार तम्बुओं से पानी निकालना पड़ा। वहीं कुछेक तम्बू तो क्षतिग्रस्त भी हो गये। जिससे उनके खाने-पीने सहित अन्य सामन भीग गया।
वहीँ ताउतो चक्रवात के प्रभाव से बहरोड क्षेत्र में हुई बेमोसम बारिश ने बुधवार को बहरोड़ नगपालिका के इंतजामों की पोल खेलकर रख दी। पहली ही बारिश ने बहरोड़ के पुराने जख्म को फिर कुरेद दिया। हर साल की तरह शहर की तमाम सड़कें फिर जलमग्न हो गईं और एक बार फिर नगर पालिका के बड़े-बड़े दावे धराशायी हो गए। नालियों में भरा कचरा और सीवर की गंदगी जहां-तहां सड़कों पर बहती रही। वहीं शहर में जगह-जगह सड़कों पर पानी भरने से स्थिति और खराब हो गई। गड्ढों में पानी भरने से अब इन सड़कों पर चलना भी दूभर हो गया है। बारिश में जलभराव की समस्या कस्बे के लिए नासूर बन गई है। कई जगहों पर रोड़ नाले तक दर्जनों घरों में बरसाती पानी घरों में घुसा। बेमौसम हुई इस बारिश में जिस तरह से जलभराव हुआ है उसने साबित कर दिया कि पालिका की तैयारियां अब तक भी दुरुस्त नहीं हो पाई है।